मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को टाना भगत समुदाय के प्रतिनिधिमंडल के साथ उनकी समस्याओं पर वार्ता की। मुख्यमंत्री ने टाना भगतों की मांगों पर विधि सम्मत निर्णय लेने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज उत्खन्न में गई जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी दिलाने पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। टाना भगत समुदाय के बच्चों को रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय से पास होने के बाद रोजगार से जोड़ा जाएगा। पढ़ने के लिए हॉस्टल की सुविधा भी दी जाएगी। वार्ता से संतुष्ट होने के बाद टाना भगतों ने आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांके रोड स्थित उनके आवास पर टाना भगत समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। पिछले तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर टाना भगत समुदाय ने लातेहार जिला स्थित टोरी रेलवे ट्रैक को जाम कर रखा था। मुख्यमंत्री के साथ वार्ता के लिए आमंत्रण मिलने के बाद वह रेलवे ट्रैक से हट गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथिमकता है कि झारखंड की प्राकृतिक संपदा का पूरा लाभ राज्यवासियों को मिले। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य की संपदा का दुरुपयोग कोई न कर सके। झारखंड के कोयले से देश और दुनिया रोशन हो रहा है फिर हमारा राज्य अंधेरे में कैसे रह सकता है। टाना भगत के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि टाना भगत समुदाय राज्य के धरोहर हैं। टाना भगतों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आपके हक और अधिकारों पर कोई भी सेंधमारी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी विधानसभा सत्र के बाद आपकी मांगों और समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। टाना भगत समुदाय के बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए हॉस्टल इत्यादि की व्यवस्था सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने टाना भगत समुदाय की समस्याओं के निस्तारण के लिए फोन से ही संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिया।
मुख्यमंत्री के साथ वार्ता में परमेश्वर टाना भगत, महावीर टाना भगत, बहादुर टाना भगत, दिगम्बर टाना भगत, नागेश्वर टाना भगत, रामधन टाना भगत, सरिता टाना भगत, दिनेश टाना भगत, उपेंद्र टाना भगत, मोतीलाल शाहदेव, शीत मोहन मुंडा, हरि कुमार भगत सहित अन्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री पशुधन योजना जल्द होगी शुरू : सीएम सोरेन ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जल्द ही राज्य सरकार मुख्यमंत्री पशुधन योजना की शुरुआत करेगी। इसके तहत फेडरेशन बनाकर लोग पशुपालन का कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक रोजगार का सृजन कैसे हो इस पर सरकार गहन चिंतन कर रही है।
टाना भगतों की प्रमुख मांगें : मुख्यमंत्री के समक्ष टाना भगत समुदाय द्वारा भूमि का पट्टा देने, लगान माफ करने, सीएनटी एक्ट को सख्ती से लागू करने, टाना भगत समुदाय के बच्चों को रोजगार से जोड़ने समेत विभिन्न मांग रखी गई। अन्य मांगों में रक्षा विश्वविद्यालय में हर साल टाना भगत के 60 बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा मिले और उसके बाद सीधी नियुक्ति हो। टाना भगत विकास प्राधिकार की समय-समय पर बैठक हो। डकरा प्रोजेक्ट में फिर से आईटीआई की शुरुआत की जाए। इसके अलावा सीसीएल द्वारा अधिग्रहित जमीन पर मुआवजा और नौकरी दिए बगैर खनन से उनमें रोष था।