देश में एक तरफ कोरोना महामारी का प्रकोप, तो वहीं दूसरी ओर भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर काफी टेंशन बना हुआ है। भारत-चीन में तनाव जैसे हालातों के बीच आज सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 2 दिन के लिए लद्दाख दौरे पर स्थिति का जायजा लेने के लिए पहुंचे है, इस दौरान भारत पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है। वहीं अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का बयान सामने आया है।
दरअसल, CDS बिपिन रावत ने आज गुरुवार को भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान एक साथ मिलकर मोर्चा खोलने की आशंका जताई है और ये बात कहीं कि, हमें ताजा हालात से निपटने की और आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने की तैयारी करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हमने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर उभरते खतरों से निपटने के लिए वैचारिक रणनीति बनाई है। सीडीएस रावत ने कहा कि चीन की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को दी जा रही आर्थिक सहायता और पाक को लगातार उपलब्ध कराया जा रहा सैन्य व राजनयिक सहयोग यह मांग करता है कि हम उच्च स्तर की तैयारियां करें।
विभिन्न मोर्चों पर तैनात भारत की तीनों सेनाओं के सैनिक अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुए हैं। सीडीएस रावत ने कहा, ‘अग्रिम पंक्ति में तैनात कर्मचारी, हमारे एयरक्राफ्ट उड़ा रहे कर्मचारी, समुद्र में हमारे जहाजों पर तैनात कर्मचारी, कोई भी अभी तक कोविड-19 से संक्रमित नहीं है।’
जनरल रावत ने कहा, ‘हम अपनी सीमाओं के पार शांति चाहते हैं। बीते कुछ समय से हम चीन की ओर से की जा रहीं कुछ आक्रामक कार्रवाइयां देख रहे हैं, लेकिन हम इन से निपटने में सक्षम हैं।’ उन्होंने कहा कि हमारी तीनों सेनाएं हमारी सीमाओं पर उत्पन्न होने वाले सभी खतरों से निपटने में सक्षम हैं।
उन्होंने इस दौरान कई अन्य मुद्दों पर भी बात की। मसलन उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के संबंध में भारत के दृष्टिकोण, अमेरिका के साथ रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों के महत्व तथा रक्षा उत्पादन में आत्म-निभर्रता पर सरकार के ध्यान आदि विषयों पर भी अपनी बात रखी।