नई दिल्लीः डाकघर (India Post) हमेशा से लोगों की दैनिक जिंदगी का हिस्सा रहे हैं. इनमें संचालित होने वाली स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स (Small Savings Scheme) पर केंद्र सरकार द्वारा गारंटी मिलती है. ऐसे में लोग भी भरोसे के साथ इन स्कीम्स में अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. आज हम आपको पोस्ट ऑफिस द्वारा संचालित एक ऐसी ही स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें बैंक के बचत खाते से काफी अच्छा रिटर्न मिलता है और आपका पैसा बहुत ही कम समय में दोगुना हो सकता है.
किसान विकास पत्र में इतना मिल रहा है रिटर्न
किसान विकास पत्र (KVP) भी डाकघरों में संचालित एक प्रकार की छोटी निवेश स्कीम है. फिलहाल इस योजना में 6.9 फीसदी के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है. साथ ही इसमें निवेश के बाद मेच्योरिटी पीरियड 124 महीनों का है. कर व निवेश सलाहकार जितेंद्र सोलंकी ने हमारी सहयोगी वेबसाइट Zeebiz.com से कहा, ‘पोस्ट ऑफिस किसान विकास पत्र में ब्याज दर, खाते के समय उपलब्ध वार्षिक ब्याज दर पर निवेश अवधि के दौरान तय की जाती है. उदाहरण के लिए, यदि किसी ने इस वर्ष जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही में पोस्ट ऑफिस किसान विकास पत्र खाता खोला था, तो उसे अपनी निवेश अवधि तक 7.6 फीसदी की वार्षिक ब्याज दर मिलेगी. अप्रैल से जून 2020 की तिमाही में नई दरें लागू हो गई हैं, जिसमें अब नए खाते खोले जा रहे हैं.’
कौन कर सकते हैं निवेश?
किसान विकास पत्र में निवेश करने वाले की उम्र कम से कम 18 साल होना जरूरी है. इसमें सिंगल अकाउंट के अलावा ज्वॉइंट अकाउंट की भी सुविधा है. वहीं योजना में नाबालिग भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसकी देखरेख उनके पैरेंट्स को करनी होगी. स्कीम में हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) और NRI हिस्सा नहीं ले सकते. हालांकि, ट्रस्ट के लिए स्कीम लागू होती है.
सर्टिफिकेट के रूप में होता है निवेश
किसान विकास पत्र (KVP) में 1000 रुपये, 5000 रुपये, 10,000 रुपये और 50,000 रुपये तक के सर्टिफिकेट हैं, जिन्हें खरीदा जा सकता है.
KVP की खासियत
यह स्कीम इनकम टैक्स अधिनियम 80C के तहत नहीं आती. लिहाजा जो भी रिटर्न आएगा उसमें टैक्स लगेगा. इस स्कीम में TDS की कटौती नहीं की जाती है. आपको अपने निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) मिलेगा.
KVP में कितना मिलता है ब्याज?
किसान विकास पत्र (KVP) में निवेश करने पर इस वक्त 6.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है. पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम में हर तीन महीने पर ब्याज दरें तय होती हैं. यह दरें 1 जुलाई 2020 को तय हुई हैं. 30 सितंबर 2020 तक के निवेश पर 6.9 फीसदी ब्याज मिलेगा. 1 अक्टूबर 2020 को एक बार फिर ब्याज दरों में संशोधन हो सकता है.