- एक परिवार ने कोविड वार्ड में कोरोना पाॅजिटिव मृतक का शव बदलने का आरोप लगाया है।
- मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान मालूम चला कि शव किसी और का है
- इसे लेकर परिजनों ने मेडिकल में संपर्क किया, मेडिकल प्राधानाचार्य का कहना है कि जांच की जा रही है
मोदीनगर निवासी मरीज को बीते दिनों पैरालिसिस के चलते उन्होंने मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया था। जहां बाद में वह कोरोना पाॅजिटिव हो गए थे।
मेरठ मेडिकल कॉलेज के कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव बदलने की लापरवाही को लेकर जिलाधिकारी मेरठ अनिल ढींगरा ने तुरंत संज्ञान लिया। इसके बाद अपर जिलाधिकारी नगर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तुरंत मेडिकल कॉलेज भेजा। दोनों अधिकारियो की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। डीएम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही. की जाएगी।
दरअसल, मेडिकल कॉलेज में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु हुई है। इनमें से एक मृतक (54) मेरठ के रहने वाले थे और दूसरे (84) मोदीनगर के। रात में ही दोनों की बॉडी पैक कर दी गई, लेकिन वृद्ध के स्थान पर मेरठ निवासी मृतक का शव उन्हें दे दिया गया। मेरठ के मृतक के परिजनों को वृद्ध का शव दे दिया गया।
वृद्ध का रात में ही मेरठ में अंतिम संस्कार कर दिया गया है, जबकि दूसरा शव लेकर मोदीनगर पहुंच गए। सुबह जब अंतिम संस्कार कर रहे थे तो चेहरा देख लिया। पता चला कि बॉडी गुरुवचन की नहीं है। इससे खलबली मच गई।
उन्होंने इसकी शिकायत मेडिकल में की। प्रधानाचार्य ने बताया कि अब एंबुलेंस से यशपाल का शव लेने के लिए मोदीनगर भेजी गई है और वहां से यशपाल के शव को मेरठ लाया जाएगा। इस मामले की जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।