मेरठ अस्पताल में भर्ती एक महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई। कर्मचारियों ने तीन घंटे तक स्वजनों से छिपाए रखा।
पता चलने पर उन्होंने कंपाउंडर और नर्स पर प्रसव कराने और एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।घंटों शव भी नहीं उठने दिया।
पहले नवजात की मौत की जानकारी दी गई लेकिन बाद में पता चला कि नवजात जीवित है और गंभीर हालत में दूसरे नर्सिंग होम में भर्ती है। अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता ने समझा-बुझाकर शांत किया। स्वजनों की तहरीर पर पुलिस ने डॉ शिखा सेठ और डॉ विकास सेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के दूधाहेड़ी निवासी विकास राठी की पत्नी नीतू गर्भवती थी। उसका ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के शिवाय अस्पताल में डॉ शिखा सेठ की देखरेख में इलाज चल रहा था। गत शनिवार रात करीब तीन बजे उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई, लेकिन स्वजनों को कुछ नहीं बताया गया। चिकित्सक भी नहीं दिखीं। दोपहर करीब एक बजे स्वजनों को पता चला कि महिला की मौत हो गई है