बेरमो, जेएनएन। Teacher’s day शिक्षक दिवस के अवसर पर सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सरकारी विद्यालयाें के शिक्षकों को तोहफा दिया है। उसके तहत अंतर जिला में पदस्थापित शिक्षक पति-पत्नी अब एक ही जिले में पदस्थापित हो सकेंगे। वहीं, शिक्षा मंत्री ने अनुदानित संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों का लंबित वेतन भुगतान कराने का निर्देश भी विभागीय सचिव को दिया है। यह बातें उन्होंने शनिवार को भंडारीदह स्थित अपने आवासीय कार्यालय में विभागीय कार्य निष्पादित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शिक्षक-शिक्षिकाओं के अंतर जिला स्थानांतरण के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को आज ही आदेशपत्र निर्गत किया गया है। प्रेषित आदेशपत्र के आलोक में अब झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों में नियुक्त शिक्षक अपने गृह जिला में सेवा दे सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में संचालित संस्कृत विद्यालय के शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2020-21 का वेतन भुगतान करने के लिए 4 करोड़ 89 लाख 98 हजार रुपये की स्वीकृति दे दी है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षक व अन्य शिक्षक जो विभिन्न जिलों में पदस्थापित हैं, उनको गृह जिला में स्थानांतरण व पदस्थापन की सुविधा दी जा रही है। शिक्षिकाओं का तबादला पति के पदस्थापन जिले में हो सकेगा। यदि किसी शिक्षिका के पति सरकारी कर्मचारी हैं और उनका तबादला अन्य जिले में हो जाए, तो वैसी स्थिति में उक्त शिक्षिका स्थानांतरण वहां सिर्फ एक ही बार किया जा सकेगा। दिव्यांग शिक्षकों का स्थानांतरण विकल्प के आधार पर घर के समीप किए जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों का भी कल्याण राज्य सरकार कर रही है। पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतनमान की फाइलों को कार्मिक विभाग अग्रसारित कर दिया गया है।