नूरपुर/कानपुर, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के दो युवकों के साथ उत्तर प्रदेश में नौकरी के नाम पर ठगी हुई है। नगर पालिका परिषद घाटमपुर में नौकरी का झांसा देकर जालसाज ने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर सौंपा। मंगलवार को ज्वाइन करने पहुंचे युवकों को लेटर के फर्जी होने व ठगे जाने का पता चला, तो उन्होंने जालसाज को झांसा देकर उसके एक साथी को बुला पुलिस को सौंपा है। कांगड़ा जिले की नूरपुर तहसील के गांव बारीखडड् निवासी मस्तान सिंह के पुत्र अक्षय जसरोटिया व उसके चचेरे भाई धीरज सिंह को वसीम अकरम उर्फ राजा व अरविंद नामक युवक ने 10 लाख रुपये लेकर नगर पालिका परिषद घाटमपुर में आउटसोर्सिंग में नौकरी का झांसा देकर संपर्क साधा था।
अक्षय व धीरज वसीम अकरम के बुलावे पर 20 अगस्त को कानपुर आए थे, तो राजा व अरविंद दोनों को नगर पालिका लाए थे और गेट के बाहर रोक कर दोनों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर सौंपा था। अगले कुछ दिनों में ज्वाइन कराने का झांसा देते हुए राजा व अरविंद ने उनसे 30 हजार रुपये ऐंठ लिए। अक्षय व धीरज ने उन्हें 20 हजार रुपये नकद व 10 हजार रुपये एक्सिस बैंक के खाते में दिए थे। कई दिन के इंतजार के बाद मंगलवार को अक्षय व धीरज ज्वाइनिंग लेटर लेकर नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और अधिशासी अधिकारी उमेश कुमार मिश्र से भेंट की।
जिन्होंने लेटर देखते ही फर्जी करार देकर दोनो युवकों को बिठा लिया। ठगे जाने का अहसास होते ही दोनों ने वसीम को फोन कर शेष पैसा देने का झांसा देकर आने को कहा, तो उसने अपने साथी अरविंद को नगर पालिका कार्यालय के बाहर भेजा। दोनो युवकों ने पालिका कर्मियों की मदद से अरविंद को दबोच कर पुलिस को सौंपा है। दबोचे गए अरविंद ने खुद को फर्रुखाबाद जिले के थाना शमसाबाद क्षेत्र के गांव दलेलगंज का निवासी बताया है। प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।