बिजनौर : अस्थायी जेल से भागे चार बंदी, दो को पकड़ा

अस्थायी जेल में पुलिस सोती रही और चार बंदी वहां से फरार हो गए. कोरोना काल में बंदियों को संक्रमण से बचाने के लिए नए बंदियों को अस्थायी जेल में रखा जा रहा है. बंदियों के फरार होने से पुलिस महकमे हड़कंप मच गया. दो बंदियों को पुलिस ने किसी तरह दबोच लिया, जबकि दो बंदियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.

लॉक डाउन के समय प्रशासन ने इंदिरा बाल भवन में बने शेल्टर होम को अस्थायी जेल बनाया था. नए बंदी पकड़े जाने पर उन्हें जिला कारागार भेजने के बजाए कुछ दिन तक अस्थायी जेल में ही रखा जाता है. जिला कारागार में लगातार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद अब भी यही व्यवस्था चल रही है. गुरूवार सुबह छत पर जाने वालर दरवाजा तोड़ कर कोतवाली देहात की रजा कॉलोनी निवासी फरमान पुत्र निसार अहमद व गांव दौलताबाद निवासी संजू पुत्र बाबूराम, बढ़ापुर के गांव जमालपुर ढ़िकला निवासी कुलवीर उर्फ पंकज पुत्र राजकुमार, नगीना देहात के गांव सूरजापुर टांडा माईदास निवासी अक्षय उर्फ गोलू पुत्र होशियार सिंह फरार हो गए. बंदियों के फरार होने की भनक लगते ही अस्थायी जेल में तैनात पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया. अस्थायी जेल के पास से आरक्षी मनीष ने संजू को दबोच लिया, जबकि नगीना देहात पुलिस ने अक्षय को अपने क्षेत्र से दबोच लिया. कुलवीर व फरमान अब भी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी को चार टीम बनाई गई हैं. दोनों फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है.

एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि अस्थायी जेल से गुरूवार सुबह चार बंदी फरार हो गए थे. दो बंदियों को पकड़ लिया गया है. जबकि दो की तलाश के लिए चार टीमों का गठन किया गया है. फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है

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