देश की राजधानी दिल्ली में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने 32 साल पहले एक वारदात को अंजाम दिया था तथा तब से फरार चल रहा था। अब इस आरोपी की 70 वर्ष हो गई है। अर्थात यह आरोपी बुजुर्ग हो चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले कई सालों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। वही बता दें कि पुलिस ने इस आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। वहीं एक खास बात यह भी है कि बीते 29 अगस्त को मंदिर मार्ग थाना पुलिस ने इस आरोपी के 60 वर्षीय साथी दीनू को भी गिरफ्तार किया था। ये दोनों आरोपी पिछले 22 सालों से भगोड़ा घोषित थे।
आपको बता दें कि इस बुजुर्ग आरोपी का नाम फजरू है। जब यह 38 साल का था तब उसने दिल्ली में ही अपने एक साथी दीनू के साथ मिलकर एक चोरी की घटना को अंजाम दिया था। तब से ही दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। वहीं गौर करने की बात यह है कि पुलिस ने आरोपी फजरू और दीनू को 22 साल पहले ही भगोड़ा घोषित कर दिया था। वहीं डीसीपी डॉ. ईश सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर मार्ग थानाध्यक्ष विक्रमजीत सिंह के नेतृत्व में आरोपी फजरू को मंगलवार को राजस्थान के अलवर के बहादुरी गांव से गिरफ्तार किया गया है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी फजरू की गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष विक्रमजीत सिंह के अलावा एसआई जयसिंह और एएसआई इंद्रपाल सिंह की टीम ने भी सहयोग किया है।
डीसीपी डॉ. ईश सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि फजरू ने दीनू तथा अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर वर्ष 1989 में एक चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। ये लोग अंबेडकर नगर स्थित एक दुकान का शटर तोड़कर महंगे कपड़े और काफी कैश उड़ा ले गए थे। हालांकि, अंबेडकर नगर थाना पुलिस ने उस समय फजरू व अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही इनके कब्जे से चुराए गए कपड़े तथा कैश भी बरामद कर लिए गए थे। इसके बाद कोर्ट ने फजरू को जमानत पर रिहा कर दिया था। जिसके बाद से ये दोनों आरोपी कोर्ट में कभी पेश नहीं हुआ। ऐसे में कोर्ट ने फजरू इसके साथ ही दीनू को चार जून, 1998 को भगोड़ा घोषित कर दिया था।