सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पटना और बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों को शीर्ष अदालत में लाने की अनुशंसा की है। कॉलेजियम ने केंद्र सरकार से बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विपुल मनुभाई पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत करने की सिफारिश की है।
मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में कॉलेजियम ने इस पर सहमति जताई। इसमें न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ, न्यायमूर्ति जे.के. माहेश्वरी और न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना भी शामिल रहे।
अगर केंद्र से स्वीकृति मिलती है तो न्यायमूर्ति पंचोली अक्तूबर 2031 में न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची के सेवानिवृत्त होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने की पंक्ति में होंगे।
न्यायमूर्ति विपुल मनुभाई पंचोली
28 मई 1968 को अहमदाबाद में जन्मे न्यायमूर्ति पंचोली वर्तमान में पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद से इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातक और सर एल.ए. शाह लॉ कॉलेज, गुजरात विश्वविद्यालय से कानून में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।
सितंबर 1991 में वकालत शुरू करने के बाद वे गुजरात हाईकोर्ट में अधिवक्ता रहे। बाद में उन्हें सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक नियुक्त किया गया और 2006 तक इस पद पर कार्यरत रहे।
24 जुलाई 2023 को उन्होंने पटना हाईकोर्ट में न्यायाधीश का कार्यभार संभाला और 21 जुलाई 2025 को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए।
न्यायमूर्ति आलोक अराधे
13 अप्रैल 1964 को रायपुर में जन्मे न्यायमूर्ति अराधे ने 12 जुलाई 1988 को अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण कराया। उन्होंने जबलपुर में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सिविल, संवैधानिक, मध्यस्थता और कंपनी मामलों में प्रैक्टिस की।
अप्रैल 2007 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा मिला। 29 दिसंबर 2009 को वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश बने और फरवरी 2011 में स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए।
सितंबर 2016 में उन्हें जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया और मई 2018 में वे वहां कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने। बाद में नवंबर 2018 में कर्नाटक हाईकोर्ट में स्थानांतरण हुआ। जुलाई 2022 से अक्टूबर 2022 तक वे कर्नाटक हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहे।
जुलाई 2023 में वे तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और जनवरी 2025 में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार संभाला।