राजस्थान :अजमेर डिज्नीलैंड में प्रशासन की लापरवाही से हुआ हादसा

अजमेर के कुंदन नगर में मंगलवार रात को डिज्नीलैंड में हुआ हादसा पूरी लापरवाही का नतीजा था। डिज्नीलैंड मेले के दौरान हुआ हादसा इतना भयानक था कि वहां मौजूद लोगों के मन में डर अभी भी बरकरार है। हादसे में 15 लोग घायल हुए थे, जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल है।

इस घटना ने झूले में मौजूद बच्चों और महिलाओं के मन और दिमाग में डर पैदा कर दिया है, बच्चे और महिलाएं जब भी झूला गिरने के उस हादसे को याद करते हैं तो सिर्फ उनके आंखों से आंसू निकल रहे हैं।

मेले और झूले की स्वीकृति प्रशासन ने दी, लेकिन झूलों की फिटनेस की जांच नहीं की गई। प्रशासन भले ही झूलों की फिटनेस सही होने का दावा करें, लेकिन भास्कर टीम ने जब मौके पर जाकर इस बारे में पड़ताल की तो पता चला कि यहां लगाए गए झूले निर्धारित मानकों पर खरे है या नहीं, इसे जांचने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

अधिकारी बोले: मेले की परमिशन ली गई, झूले जांचने के लिए कोई टीम नहीं गई
इस पूरे मामले में एडीएम सिटी भावना गर्ग से बात की तो वे बोलीं- मेले से संबंधित परमिशन ली गई थी। मेले में झूले लगाने की भी परमिशन मांगी गई थी। झूलों को लेकर मौके का निरीक्षण भी किया गया था। निरीक्षण में सही पाने के बाद परमिशन दे दी गई थी।
लेकिन जानकारों ने बताया कि झूलों की फिटनेस सार्वजनिक निर्माण विभाग के इंजीनियर्स की ओर से जांची जाती है और जब सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन रवि बंसल से बात की तो उनका कहना रहा कि उनको मेले की कोई सूचना नहीं और न ही मेले में लगे झूलों को जांचने के लिए कोई टीम गई।

केबल खुलने या टूटने से हुआ हादसा
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि झूला केबल के सहारे ऊपर चढ़ता है। उसी के सहारे नीचे उतरता है। ऐसी स्थिति में केबल के खुलने या टूटने के कारण यह हादसा हुआ है। वास्तविक कारण क्या है? इसका जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा।

अब की जा रही जांच, कार्रवाई का दावा
एडीएम सिटी भावना गर्ग ने कहा-मंगलवार को यह हादसा कैसे हुआ? हादसे का क्या कारण है? इसके जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं सिविल लाइन थाना प्रभारी दलबीरसिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया है और मेला स्थल सीज कर दिया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं चीफ फायर ऑफिसर संजय शर्मा ने बताया कि मेले के आयोजन की स्वीकृति सशर्त दी जाती है। इसके लिए कलेक्ट्रेट से लेटर आया था। अगर वहां अग्निाशमन की दृष्टि से सुरक्षा इंतजाम पूरे है या नहीं, शर्तों का पालन नहीं किया गया है तो जांच कर ली जाएगी। अगर सही नहीं पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी।

रात को सीज कर दिया मेला स्थल
एएसआई सुवालाल ने बताया कि दरबार डिज्नीलैंड के नाम से मेला लगाया गया। अरूणसिंह पंवार आयोजक बताए जा रहे हैं। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मेला स्थल रात को सीज करने की कार्रवाई की गई। घटना के बाद आयोजक व झूला संचालक मौके पर नहीं मिला। सभी फरार हो गए। पुलिस जांच कर रही है

शाम चार बजे से ही उमड़ने लगी थी भीड़
कुंदन नगर इलाके में फुस की कोठी के नजदीक 27 फरवरी को दरबार डिज्नीलैंड की शुरुआत हुई थी। इसका समापन 28 मार्च को होना था। मंगलवार की शाम चार बजे से ही मेले में लोगों का आना शुरू हो गया था। इस दौरान ज्यों ज्यों शाम ढ़लती गई, यहां भीड़ बढ़ती गई। यहां लगी दुकानों पर खरीदारों, खाने पीने की स्टालों व झूले-चकरी पर लोगों की भीड़ थी। इसमें महिलाएं व बच्चे भी बड़ी संख्या में थे।

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