जिले के गीतानंद राजकीय शिशु अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती एक बच्ची की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। जिले के किशनगढ़ बास के रामकिशन प्रजापत ने शनिवार को अपनी बेटी नैना को गीतानंद शिशु चिकित्सालय में सुबह इलाज के लिए भर्ती करवाया था, जहां डॉक्टर ने उपचार करने के बाद दोपहर को उसे बिल्कुल स्वस्थ बताकर छुट्टी दे दी थी।
परिजनों का कहना है कि अपनी बच्ची को लेकर किशनगढ़ बास में अपने घर पहुंचने के कुछ देर बाद बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसकी वजह से उसे आनन-फानन में दोबारा अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया लेकिन देर रात को बच्ची ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही बरतते हुए बच्ची का ठीक से इलाज नहीं किया और पूरी तरह स्वस्थ न होने के बावजूद उसे छुट्टी दे दी जिससे उसकी दोबारा तबियत बिगड़ गई और उसकी जान चली गई। परिजनों ने प्रशासन से मांग कि है की दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।