सरकारी अस्पतालों में बाहरी लोगों का दखल सख्ती के दावों के बाद भी बरकरार है। ऐसा ही एक मामला उन्नाव जिले के बांगरमऊ सीएचसी का सामने आया है। ऑपरेशन के टांकों में खुजली होने पर सीएचसी में दिखाने गई महिला का एक डॉक्टर के खास (झोलाछाप) ने वीडियो बना लिया।
बाद में उसे वायरल करने की धमकी देकर जेवर-नकदी सहित 1.50 लाख ऐंठ लिए। पीड़िता की तहरीर पर झोलाछाप व उसके तीन भाईयों पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। हालांकि तहरीर में नाम होने के बाद भी पुलिस ने सीएचसी के डॉक्टर का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया है।
बांगरमऊ कस्बा निवासी एक महिला ने तीन महीने पहले पेट का ऑपरेशन कराया था। 10 दिन बाद उसके टांकों में जलन और खुजली होने पर वह पति के साथ सीएचसी पहुंची। यहां तैनात फिजीशियन डॉक्टर ने अपने खास और सीएचसी में खासी दखल रखने वाले झोलाछाप शहनशाह को टांके देखने को कहा।
उसने महिला के पति को बाहर रोककर कक्ष में टांके देखने के बहाने मोबाइल से वीडियो बना लिया। महिला का आरोप है कि इसके बाद शहनशाह वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। लोकलाज के डर से उसने 90 हजार रुपये दे दिए।
आरोपी ने छीन ली सोने की दो अंगूठियां
आरोप है कि कुछ दिन पहले वह (आरोपी) जबरन उसके (पीड़िता के) घर में आ गया। वीडियो दिखाते हुए उसने और रुपये मांगे। रुपये न होने की बात कही तो आरोपी ने सोने की दो अंगूठियां छीन लीं। पीड़िता के अनुसार, आरोपी के घरवालों से शिकायत की तो उसके तीन भाइयों ने भी गाली-गलौज की जान-माल की धमकी दी।
पुलिस ने चार लोगों पर दर्ज किया केस
पुलिस को तहरीर देकर पीड़िता ने बताया कि नकदी और जेवर सहित अबतक 1.50 लाख रुपए लेने के बाद भी आरोपी शहनशाह उसे परेशान कर रहा है। कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपी शहनशाह उसके भाई जुबेर, जावेद और आफताब पर रिपोर्ट दर्ज की है।
हालांकि तहरीर में सीएचसी में तैनात एक डॉक्टर का नाम होने के बाद भी एफआईआईआर में उसका नाम शामिल नहीं है। कोतवाली प्रभारी अवनीश सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज की गई है। विवेचना में जो भी नाम सामने आएंगे उनके नाम मुकदमे में शामिल किए जाएंगे।
डॉक्टर बोले-शहनशाह को नहीं जानते
तहरीर में पीड़िता ने जिस डॉक्टर का जिक्र किया है, उनका कहना है कि वह किसी शहनशाह नाम के व्यक्ति को नहीं जानते हैं। उसका नाम उनके साथ क्यों जोड़ा गया, पता नहीं। वह व्यक्ति कभी-कभी मरीज को लेकर आता था और अपना परिचित बताते हुए दिखाता था। जांच होगी तो सच्चाई खुद सामने आ जाएगी।
जांच कराई जाएगी
किसी भी सीएचसी या पीएचसी में बाहरी व्यक्ति का दखल रोकने के स्पष्ट निर्देश हैं। अस्पताल में तैनात डॉक्टर को ही मरीज देखने का निर्देश है। बांगरमऊ सीएचसी में अगर किसी महिला मरीज की जांच किसी बाहरी व्यक्ति या झोलाछाप ने की है तो इसकी जांच कराई जाएगी। पुष्टि होने पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।- डॉ. एचएन प्रसाद, एसीएमओ