सुपर स्पेशिएलिटी और एमटीएच में पूर्व में काम करने वाले यूडीएस कंपनी सफाईकर्मी व सुरक्षाकर्मी बुधवार दोपहर एक बजे वेतन न मिलने से नाराज होकर एमवाय अस्पताल पहुंचे और उन्होंने हंगामा किया। करीब 15 से 20 पूर्व कर्मचारी एमवाय अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर सीढियों पर खड़े हो गए और मरीज के स्वजन व चिकित्सकों को आने-जाने से रोकने लगे।
इस दौरान कुछ जूनियर डाक्टर वार्ड से निकलकर बाहर जाने लगे तो इन कर्मचारियों ने उन्हें भी रोका। ऐसे में यूडीएस के पूर्व कर्मचारियों के साथ चिकित्सक की हाथा पाई शुरु हो गई। इस दौरान काफी संख्या में जूनियर डाक्टर एकत्र हो गए। उसके बाद फिर वहां पर यूडीएस के पूर्व कर्मचारियों व चिकित्सकों के झूमाझटकी व मारपीट हुई। इस घटना के दौरान एमवाय अस्पताल परिसर में अफरा तफरी का माहौल हो गया और मरीज और उनके स्वजन भी घबरा गए।
मौके पर संयोगितागंज थाने के प्रभारी व पुलिस बल भी पहुुंचा। यूडीएस कंपनी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी रविन्द्र मालवीय के मुताबिक सुपर स्पेशिएलिटी और एमटीएच के कोविड दौरान काम करने वाले करीब 100 कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सका है। इस वजह से वे विरोध प्रदर्शन के लिए एमवायएच आए थे। हमारी कंपनी को राज्य शासन की ओर से अभी तक करीब छह करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हुआ है। इस वजह से हम इन कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पाए है।
वे एमवाएच में सीढ़ियों पर बैठकर चिकित्सक व स्वजनों को आने-जाने से रोक रहे थे। जिसके कारण अस्पताल में चिकित्सकों व पूर्व कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ तो हमने उसे रोकने का प्रयास किया। संयोगितागंज थाना प्रभारी राजीव त्रिपाठी के मुताबिक एमवायएच में जिन दो पक्षों में विवाद हुआ, उनके आवेदन हमारे पास आए है। संबंधित अधिकारी इस मामले की जांच कर कर रहे है।
यूडीएस कंपनी पर 20 हजार का जुर्माना, पांच कर्मचारियों हुई एफआईआर
बुधवार को एमवायएच में हंगामा करने व डाक्टरों के साथ मारपीट की घटना के मामले में एमवायएच अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल परिसर में इतनी संख्या में पूर्व कर्मचारियों के प्रवेश कर हंगामा किए जाने पर यूडीएस कंपनी पर 20 हजार रुपये का जुर्माना किया। संयोगितागंज पुलिस ने इस मामले की घायल डा. सुभाष मिश्रा और डा. अंशुल मीणा एमएलसी रिपोर्ट के जांच के आधार पर यूडीएस कंपनी के पूर्व कर्मचारी नवीन, लक्की, आकाश, जूही और उषा द्वारा चिकित्सकों को रोककर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने व मारपीट को लेकर केस दर्ज किया।