कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते ‘उदय’ की मौत

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में विदेश से लाए गए एक और चीते की मौत हो गई है. जिस चीते की इस बार मौत हुई है उसका नाम उदय है जिसे दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था. इससे पहले मादा चीता शासा की मौत हो गई थी. 

चीता उदय की मौत रविवार शाम चार बजे हुई है. वन विभाग की टीम ने सुबह देखा था कि उसके स्वास्थ्य में गड़बड़ी नजर आ रही थी. इसके बाद उसे ट्रैंकुलाइज कर मेडिकल सेंटर लाया गया लेकिन शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई. 

उदय दक्षिण अफ्रीकी चीता था और इसी साल 18 फरवरी को 11 अन्य चीतों के साथ कूनो लाया गया था. वेटनरी टीम सोमवार को उदय के शव का पोस्टमॉर्टम करेगी. भोपाल और जबलपुर से वेटनरी विशेषज्ञों को पोस्टमॉर्टम के लिए कूनो भेजा गया है. पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जाएगी.

बता दें कि कूनो में चीतों की यह दूसरी मौत है. नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में 20 चीते लाए गए थे जिसमें अब 18 बचे हैं.

बता दें कि अप्रैल महीने में क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद अफ्रीकी चीतों को बडे़ बाडे़ से खुले जंगल में रिलीज कर दिया गया था. साउथ अफ्रीका से बीते 18 फरवरी को कूनो लाए गए 12 चीतों में से तीन नर चीतों को 17 अप्रैल को क्वारंटीन बाडे़ से बड़े बाडे़ में छोड़ दिया गया था. वहीं 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को शेष 9 चीतों को भी कूनो के बड़े बाडे़ में रिलीज कर दिया गया था.

बड़े बाडे़ में छोड़े गए चीते वहां खुद शिकार कर रहे थे. बडे़ बाडे़ में चीतल, जैकाल, खरगोश, हिरण और अन्य वन्य प्राणी भरपूर संख्या में हैं. चीता प्रोजेक्ट चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है. नामीबियाई चीतों को सफलतापूर्वक कूनो पार्क में बसाया जा चुका है. वर्तमान में चार चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. 

वहीं शेष नामीबियाई चीते बडे़ बाडे़ में मौजूद हैं. डीएएचडी (डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हस्बेंड्री एंड डेयरी) की अनुमति मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर बीते दो दिनों में साउथ अफ्रीका से लाए गए सभी 12 चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है.

सोमवार को तीन नर चीतों को छोड़ने के बाद मंगलवार सुबह से देर रात तक शेष 9 चीतों को भी 9 बड़े बाड़ों में रिलीज कर दिया गया है. इसमें से नर और मादा चीता को अलग-अलग रखा गया है.वर्तमान में 1 बडे़ बाडे़ में तीन नामीबियाई चीते मौजूद हैं, जिन्हें खुले जंगल में छोड़ने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है. वहीं क्वारंटीन अवधि पूरी कर चुके साउथ अफ्रीकी चीते बडे़ बाडे़ में रिलीज कर दिए गए हैं.

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