उत्तर प्रदेश के बड़ौत निर्धारित मूल्य से ज्यादा दर पर सामान बेचना कानूनन अपराध है। पर, नगर में शराब की कुछ दुकानों को छोड़कर ज्यादातर दुकानों पर हर माह लाखों रुपए ओवर रेट के नाम पर वसूले जा रहे है। इनकी निगरानी के लिए आबकारी महकमा बना हुआ है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि ठेके पर सेवा-पानी होते ही शिकायत पर पर्दा डाल दिया जाता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो व वीडियो इसके गवाह है। अब लोगों ने डीएम व एसपी से हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग की है।
ऐसा नहीं कि विभाग में शिकायत नहीं की जा रही है। कई उपभोक्ताओं ने इस बारे में विभाग में शिकायत भी की। पर, कोई कार्रवाई नहीं की गई। हैरानी की बात तो यह है कि जब कुछ शराब के शौकीन लोगों ने नगर के कुछ शराब के ठेकों पर चल रही ओवर रेट की शिकायत डीएम राजकमल यादव को की तो शुक्रवार को नगर के एक शराब के ठेके पर शिकायत की जांच करने पहुंचे आबकारी विभाग की टीम ठेके पर सेवा-पानी होते ही शिकायत पर पर्दा डाल दिया गया।
जिसके बाद कार्रवाई न होता देख लोगों ने सोशल मीडिया पर ठेके पर आबकारी टीम की सेवा-पानी होते हुए फोटो व वीडियो वायरल कर दी। उधर लोगों में विपिन, बबलू मलिक, सोनू तोमर, कपिल तोमर, प्रमोद आदि ने डीएम व एसपी से मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग की।यह है कार्रवाई के प्रावधान
शराब की ओवररेट लेेने पर पहली बार दस हजार, दूसरी बार बीस हजार जुर्माने के प्रावधान है। तीसरी बार भी शिकायत आती है तो दुकान का लाइसेंस निरस्त करने का प्रावधान है।
ये बोले आबकारी इंस्पेक्टर
इस संबंध में जब आबकारी इंस्पेक्टर वकार हैदर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बड़ौत में ओवररेट की एक शिकायत डीएम को मिली थी, जिसकी जांच की गई, लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला। सेवा पानी जैसी कोई बात नहीं है। आरोप निराधार है।
ये बोले सीओ
सीओ सविरत्न गौतम ने बताया कि यदि किसी अधिकारी ने किसी शिकायत की जांच करने के लिए भेजा है और वहां पर चाय या नाश्ता करना गलत है। इस पर शिकायकर्ता कार्यप्रणाली पर सवाल उठा सकता है, ऐसा करना गलत है। कहा कि यदि ओवर रेट वसूले जा रहे है तो जल्द ही एसडीएम व आबकारी टीम को लेकर ठेकों पर जांच की जाएगी।