बागपत: बागपत में सियासत का अजब खेल देखने को मिला. शनिवार सुबह रालोद प्रत्याशी ममता किशोर सांसद डॉ. सत्यापाल सिंह के आवास पर भाजपा में शामिल हुईं और दोपहर को वापस रालोद में लौट आईं. उन्होंने बागपत जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए रालोप प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया.
जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर पति जयकिशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने मुकदमे की धमकी देकर उनकी पत्नी को भाजपा में शामिल कराया. जिला पंचायत सदस्य चुनाव में भाजपा के 20 में से 4 प्रत्याशी ही जीते थे. अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित है.
रालोद से ममता जयकिशोर और सपा से बबली देवी ही इस वर्ग से जीती थीं. भाजपा के पास अध्यक्ष पद का प्रत्याशी भी नहीं था. कुछ दिन पहले सपा की बबली देवी भाजपा में शामिल हो गईं थीं. इसके बाद भाजपा और विपक्ष के बीच जमकर खींचतान हुई. सदस्यों के उत्पीड़न के खिलाफ बिनौली थाने पर धरना-प्रदर्शन, एसपी कार्यालय का घेराव किया गया.
रालोद नेताओं ने जिला पंचायत सदस्य शाहिदा बेगम के घर पर डेरा डाला, लेकिन शनिवार को नामांकन से ठीक पहले रालोद की प्रत्याशी ममता जयकिशोर भी पार्टी को झटका देकर भाजपा में शामिल हो गईं. अब रालोद के पास अध्यक्ष पद का कोई प्रत्याशी नहीं बचा. अचानक ममता जयकिशोर ने अपना फैसला बदलते हुए चंद घंटे बाद भाजपा छोड़कर फिर से रालोद का दामन थाम लिया.