बरेली के एमबी इंटर कॉलेज की निलंबित शिक्षिका बदायूं जिले की मूल निवासी वंदना वर्मा को प्रेमनगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वंदना के पास दो पैनकार्ड व फर्जी कागजात थे, जिनके सहारे उसने करोड़ों रुपये का लोन ले रखा था। कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर उनसे ठगी भी की थी।
बदायूं शहर की आदर्श नगर कॉलोनी की मूल निवासी वंदना वर्मा शहर के डीडीपुरम इलाके में कई साल से शानदार आवास बनाकर रह रही है। वह एमबी इंटर कॉलेज में अंग्रेजी विषय की सहायक अध्यापिका के तौर पर कार्यरत थी। वंदना के ही पड़ोसी बदायूं निवासी अमित कुमार ने पिछली साल से वंदना के काले चिट्ठे खोलने शुरू किए थे।
शुरू में विद्यालय प्रबंधन ने आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया, बाद में सबूतों के साथ डीएम और डीआईओएस से की गई शिकायत पर जांच शुरू हुई। इसमें राजकीय हाईस्कूल की प्रधानाचार्य कुसुमलता ने जांच की तो वंदना को वित्तीय लेनदेन व धोखाखड़ी का दोषी माना गया। मामले में कार्रवाई शुरू हुई और वंदना को निलंबित किया गया। हाल ही में अमित कुमार की ओर से प्रेमनगर थाने में शिक्षिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
तीन करोड़ से ज्यादा लोन लिया, विदेश यात्राएं कीं
वंदना वर्मा पर आरोप है कि उसने दो पैनकार्ड और नाम पतों के फर्जी प्रमाणपत्र देकर कई बैंकों से तीन करोड़ से ज्यादा रुपये का लोन लिया और एशोआराम की जिंदगी जी रही थी। उसने कई लोगों को शिक्षक पद पर नौकरी का झांसा देकर ठगी की। ऐसे लोग भी उसके खिलाफ शिकायतें करते घूम रहे थे। आरोप है कि बिना विभागीय अनुमति के शिक्षिका वंदना वर्मा ने विदेश यात्रा भी कर लीं। इंस्पेक्टर प्रेमनगर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि आरोपी शिक्षिका को जेल भेज दिया गया है।