कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण तीन जनवरी से शुरू हो रहा है और इसके साथ ही यूपी में यात्रा प्रवेश करेगी। यूपी में दो दिन की यात्रा में राहुल गांधी तीन लोकसभा व छह विधानसभा को साधेंगे। इस यात्रा के सहारे जाटलैंड में भाकियू के साथ से 2024 के लिए जमीन मजबूत करने की कोशिश रहेगी।
यूपी में कांग्रेस की यात्रा की शुरुआत गाजियाबाद जिले की लोनी विधानसभा से होगी जो गाजियाबाद लोकसभा का हिस्सा है। जहां राहुल गांधी तीन जनवरी को सभा को संबोधित करेंगे, लेकिन उनके पूरे दो दिन यूपी की राजनीति के लिहाज से सबसे अहम बागपत व शामली में रहेंगे। जाटलैंड के नाम से पहचान रखने वाले दोनों जिलों में कांग्रेस की काफी लंबे समय से राजनीतिक पकड़ मजबूत नहीं हो रही है। जहां बागपत लोकसभा से वर्ष 1996 में आखिरी बार चौधरी अजित सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत दिलाई थी। उसके बाद वह लगातार रालोद से चुनाव लड़ते रहे।
वहीं शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर कांग्रेस से आखिरी बार 1984 में अख्तर हसन सांसद रहे है। इस तरह बागपत में 27 साल तो कैराना में 39 साल से कांग्रेस को अपनी खोई जमीन नहीं मिल सकी है। अब भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस को जाटलैंड के बड़े किसान संगठन भाकियू का साथ मिलने से कुछ उम्मीद जगी है। जिसके साथ से राहुल गांधी अब जाटलैंड को साधने की कोशिश करेंगे।
राहुल और प्रियंका की झलक पाने को हर वर्ग उत्साहित
राहुल गांधी व प्रियंका गाधी की झलक पाने के लिए बागपत में लोग कुछ ज्यादा उत्साहित दिख रहे हैं। यहां राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम लोगों में यात्रा को लेकर ही चर्चा चल रही है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तीन जनवरी की शाम को मवीकलां में रुकने के बाद चार जनवरी की सुबह यात्रा शुरू करेंगे। वह मवीकलां में नाश्ता करके चलेंगे, तो सरूरपुर में गुफा वाले बाबा के मंदिर के पास दोपहर का खाना लेंगे। उनके साथ पांच हजार से ज्यादा नेता व कार्यकर्ता रहेंगे। उनके रुकने के लिए भी 32 बीघा में तीन वाटर प्रूफ व फायर प्रूफ पंडाल लगाए गए है। रात में सर्दी से बचने को गद्दे व रजाई का इंतजाम किया गया है।