बागपत में बड़ौत के जनता वैदिक कॉलेज में रालोद की आशीर्वाद पथ रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के आने से पहले मंच पर खूब खींचतान हुई। मंच पर नहीं बैठने देने के कारण महिला जिलाध्यक्ष नीचे उतर गई तो उन्हें मनाने का प्रयास करने पर एक कार्यकर्ता के साथ उनके पति ने हाथापाई कर दी। इस खींचतान के बाद जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया पर अभद्रता का आरोप लगा। इसके बाद महिला जिलाध्यक्ष रेनू तोमर ने इस्तीफा तक दे दिया। हालांकि करीब पांच घंटे बाद इस्तीफा वापस ले लिया।
रालोद की आशीर्वाद पथ रैली के लिए दो मंच बनाए गए थे। एक मुख्य मंच राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी व वरिष्ठ नेताओं के लिए बनाया गया था, जबकि उसके कुछ दूर ही अन्य नेताओं के लिए मंच बनाया गया था। मुख्य मंच पर पहुंचने वाले नेताओं को नीचे उतारा जा रहा था, लेकिन वहां महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियवंदा तोमर व जिलाध्यक्ष रेनू तोमर जाकर बैठ गई। जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया ने उनको वहां से नीचे जाने के लिए कहा तो दोनों ने इनकार कर दिया। इस पर जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया ने मुख्य मंच के माइक से कहा कि यह दोनों महिला पदाधिकारी मनमानी कर रही है और उनको नीचे उतारा जाए। इसे लेकर हंगामा शुरू हो गया और तुरंत ही राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियवंदा तोमर ने कहा कि इस पार्टी में महिलाओं का सम्मान किया जाता है, लेकिन यहां कुछ नेता उनका अपमान कर रहे हैं। जगपाल तेवतिया व प्रियवंदा तोमर के बीच नोकझोंक भी हुई तो अन्य नेताओं ने मामला शांत कराया।
इसके बाद ही वरिष्ठ नेताओं के नाम बोलकर मुख्य मंच पर बैठने के लिए बुलाया गया। इसमें प्रियवंदा तोमर का नाम शामिल था, लेकिन महिला जिलाध्यक्ष रेनू तोमर का नाम नहीं था। इसे अपना अपमान मानते हुए मंच से रोष जताने को रेनू तोमर माइक की तरफ जाने लगी तो उनको जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया ने रोक दिया। दोबारा हंगामा शुरू हो गया तो पूर्व विधायक व अन्य नेताओं ने मामला शांत कराया।
इसके बाद महिला जिलाध्यक्ष रेनू तोमर मंच से उतरकर जाने लगी तो मंच के पीछे एक कार्यकर्ता ने उनको मनाने का प्रयास किया। रेनू तोमर के पति ने उसके साथ हाथापाई कर दी। एक वीडियो में उस कार्यकर्ता को थप्पड़ भी मारते दिख रहे हैं।
वहीं किसी तरह मामला शांत होने पर रेनू तोमर ने घर जाते ही जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दे दिया।
बताया गया कि उनका इस्तीफा करीब एक बजे आया तो उसके करीब पांच घंटे बाद उन्होंने दूसरा पत्र जारी करते हुए कहा कि उन्होंने आक्रोश में आकर जल्दबाजी में महिला जिलाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन अब वह उसे वापस ले रही है।