मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के कुछ घंटों बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसे मणिपुर में शासन करने में भाजपा की पूर्ण अक्षमता बताया है.
एक्स पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, “मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करना भाजपा द्वारा मणिपुर में शासन करने में अपनी पूर्ण अक्षमता की देर से की गई स्वीकारोक्ति है. अब, प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के लिए अपनी प्रत्यक्ष जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि क्या उन्होंने आखिरकार राज्य का दौरा करने और मणिपुर और भारत के लोगों को शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की अपनी योजना के बारे में बताने का मन बना लिया है?”
कांग्रेस ने कहा कि वह पिछले 20 महीनों से संघर्षग्रस्त मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर रही है और केंद्र सरकार ने ऐसा तभी किया जब राज्य के समाज के ताने-बाने को “गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त” होने दिया गया.
गुरुवार को जातीय हिंसा के शिकार मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया और राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद, जिससे पूर्वोत्तर राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई.
यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो क्या?: प्रमोद तिवारी
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन क्यों लगाया गया? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में उपनेता प्रमोद तिवारी ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र की हत्या पर आमादा है. मणिपुर सरकार अल्पमत में थी, मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया. उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की थी, फिर भी विपक्ष को सरकार बनाने का मौका क्यों नहीं दिया गया? बीजेपी अपनी सरकार नहीं बना सकती थी, इसलिए राष्ट्रपति शासन लगाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया. यह सब केंद्र सरकार के इशारे पर हुआ यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो क्या है?
मणिपुर की स्थिति संभालने में भाजपा पूरी तरह से फेलः जयराम
कांग्रेस महासचिव, संचार, जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, यह तब हुआ है जब सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में संवैधानिक तंत्र के पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने की बात कही थी, जिसमें 3 मई, 2023 से 300 से अधिक लोगों की हत्या और 60,000 से अधिक पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का विस्थापन हुआ.
रमेश ने कहा कि यह तब हुआ है जब फरवरी 2022 में भाजपा और उसके सहयोगियों को भारी बहुमत मिला था, लेकिन उनकी राजनीति के कारण सिर्फ 15 महीने बाद भारी त्रासदी हुई.
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संकटग्रस्त मणिपुर का दौरा न करने के लिए कटाक्ष करते हुए कहा, यह तब हुआ है जब दुनिया भर में घूमने वाले प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा करने और सुलह की प्रक्रिया शुरू करने से लगातार इनकार कर रहे हैं.