पंजाब कांग्रेस में चल रहे दंगल के बीच पार्टी ने नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया है. दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे और सोमवार को शपथ लेंगे. कांग्रेस के इस फैसले पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा सवाल खड़े किए गए हैं. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय का कहना है कि चरणजीत सिंह चन्नू #MeToo मामले में घिर चुके हैं.
भाजपा नेता अमित मालवीय द्वारा ट्वीट किया गया, ‘’कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी को सीएम पद के लिए चुना, जो कि 3 साल पुराने मी टू मामले में घिर चुके हैं. आरोप है कि उन्होंने साल 2018 में महिला IAS ऑफिसर को आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे. इस मामले को दबाया गया, लेकिन जब पंजाब महिला कमिशन ने नोटिस भेजा तो बात सामने आए. वेल डन, राहुल’’.
बीजेपी नेता अमित मालवीय (Amit Malviya) ने आगे लिखा कि बीते कुछ दिनों में कांग्रेस ने राजस्थान में बिल पास किया है जहां चाइल्ड मैरिज को मान्यता दी है, अब पंजाब में मी टू के आरोपी को मुख्यमंत्री बना दिया. अब इंतज़ार कीजिए राहुल गांधी के महिला सशक्तिकरण पर बातें करने पर.
पंजाब में कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस में लंबे वक्त से चल रही तमाम मुश्किलों के बीच कांग्रेस ने अहम फैसला लिया है. शनिवार को सबसे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया, इसके बाद कांग्रेस ने रविवार को विधायकों की बैठक बुलाई और चरणजीत सिंह चन्नी का नाम तय किया गया.
अटकलें लगाई जा रही थीं कि अंबिका सोनी, सुखजिंदर सिंह रंधावा या सुनील जाखड़ मुख्यमंत्री बन सकते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपने फैसले से हर किसी को हैरान कर दिया. चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे.