लखनऊः भारतीय जनता पार्टी के सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष को बदमाशों द्वारा गोली मारने की पूरी कहानी झूठी निकली। दरअसल इस मामले में पुलिस के कड़ाई से पूछताछ करने पर आयुष के करीबी रिश्तेदार ने ही जुर्म कबूल कर लिया है।
गोली मरने वाला निकला साला
बता दें कि पुलिस को घटनास्थल से जो पिस्टल मिली वो भी बीजेपी सांसद के बेटे आयुष की ही लाइसेंसी बंदूक थी। इसी से आयुष को गोली भी लगी थी। इसके बाद शक के घेरे में वो आ गए। कड़ाई से पूछताछ करने पर देर रात आयुष के साले ने पुलिस को फोन कर बताया था कि मड़ियाव इलाके के छठामील चौराहे के पास वे दोनों टहल रहे थे, इसी दौरान बाइक पर आए कुछ बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। हालांकि ये कहानी पूछताछ में झूठ निकली है और आयुष की पिस्टल से उसे गोली मरने वाला उसका ये करीबी रिश्तेदार ही निकला। आयुष के साले ने ही 112 पर कॉल कर पुलिस को इस घटना की जानकारी भी दी थी।
वहीं घटना की सूचना मिलने पर सांसद कौशल किशोर व पुलिस के आला अधिकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आयुष के साले को हिरासत में ले लिया है, जिसने पूछताछ के दौरान गोली मारने की बात कबूल ली है। बताया जा रहा है कि सांसद पुत्र के कहने पर उसके साले ने ही गोली मारी थी।