उत्तराखंड में हर सीट पर भाजपा तीन नाम केंद्रीय नेतृत्व को भेजेगी

प्रदेश भाजपा शनिवार को 70 विधानसभा सीटों पर नामों के पैनल तैयार कर देगी। हर सीट पर पार्टी तीन नाम केंद्रीय नेतृत्व को भेजेगी। इसके लिए शनिवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में कोर ग्रुप और चुनाव समिति की बैठक हुई। भाजपा कोर ग्रुप की बैठक से हरक सिंह रावत गायब रहे। जिसके बाद उनके नाराज होने की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में तैरने लगीं। वहीं इस मामले पर हरक सिंह रावत से बात करने पर उन्होंने कहा कि कोर ग्रुप की बैठक की सूचना नहीं मिली थी। वह देहरादून में ही हैं।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, सभी चुनाव क्षेत्रों से पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट प्राप्त हो गई हैं। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में चुनाव क्षेत्रों से लाए गए नामों की पेटी खोली गईं। वरिष्ठ नेताओं के बीच इन नामों पर गहन मंथन हुआ। 

शनिवार को कोरग्रुप के सामने ये सभी नाम रखे जाएंगे और दावेदारों की जीत की संभावना की मेरिट पर तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। सुबह 11 बजे से कोर ग्रुप की बैठक शुरू हो गई और फिर एक बजे से चुनाव समिति की बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक के मुताबिक, दोनों बैठकों में नामों का पैनल तैयार करने के बाद इसे केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय संसदीय बोर्ड तीन नामों के पैनल पर विचार करने के बाद प्रत्याशियों की घोषणा करेगा।

रविवार को केंद्रीय नेतृत्व बैठक बुलाई
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व रविवार को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय भाग लेंगे। बैठक में चुनावी रणनीति और प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी।

टिकट को लेकर चिंतित भाजपा विधायकों की लॉबिंग शुरू
विधानसभा चुनाव में अपने टिकट को लेकर चिंतित भाजपा विधायकों ने लॉबिंग शुरू कर दी है। शनिवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में कोर ग्रुप की बैठक में दावेदारों के नामों का पैनल तैयार होना है। इससे पहले इन विधायकों ने पार्टी के उन नेताओं घर पर दस्तक दीं, जो कोर ग्रुप के सदस्य हैं। शुक्रवार को कई विधायक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर मिले। इस दौरान विधायकों ने अपनी उम्मीदवारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री से पैरवी करने का अनुरोध किया। बैठक में शामिल विधायकों में पौड़ी के मुकेश कोली, टिहरी के धन सिंह नेगी, लैंसडौन के दिलीप सिंह रावत, प्रताप नगर से विजय सिंह पंवार शामिल थे। उनके अलावा भी कुछ अन्य विधायकों में त्रिवेंद्र से चर्चा की।

सियासी हलकों में इस मुलाकात के सियासी मायने टटोले जा रहे हैं। इस विधानसभा चुनाव से पहले टिकट को लेकर विधायकों की गोलबंदी के तौर पर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, टिकट कटने को लेकर आशंकित विधायकों ने हाथ मिला लिए हैं और अब पार्टी नेतृत्व पर एकजुट होकर अपनी उम्मीदवारी को लेकर दबाव बना सकते हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनके आवास पर उनसे मिलने विधायक आते रहते हैं। शुक्रवार को भी कई विधायक उनसे मिले। वह चुनाव समिति व कोर ग्रुप के सदस्य हैं और इस लिहाज से विधायकों की उनसे अपेक्षा है कि मैं उनकी बात बैठक में रखूं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा से ही चुनाव लड़ने के दिए संकेत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह खटीमा में पले-बढ़े हैं। वहां की जनता ने उनको सीएम की कुर्सी तक पहुंचाया है, ऐसे में वह खटीमा को कैसे छोड़ सकते हैं। एक तरह से उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह खटीमा छोड़कर अन्य स्थान से चुनाव नहीं लड़ेंगे।मुख्यमंत्री धामी सुशीला तिवारी अस्पताल के विभिन्न विभागों का निरीक्षण करने के बाद थाल सेवा कार्यक्रम देखने के लिए गए। यहां खिचड़ी खाने के बाद मुख्यमंत्री पत्रकारों से रूबरू हुए।

विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि उनकी देहरादून से चुनाव लड़ने की चर्चा गलत है। वह खटीमा की मिट्टी को छोड़कर कहीं और जाने वाले नहीं हैं। खटीमा के लोगों से उनका विशेष लगाव है। एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि हरीश रावत वरिष्ठ नेता हैं। उनको कुछ कहना नहीं चाहते हैं लेकिन हरीश रावत को उनकी ही पार्टी के लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं। कांग्रेस में कई गुट हैं। कांग्रेस 2017 के बाद से लगातार चुनाव हार रही है। छह महीने से वह मुख्यमंत्री हैं और लगातार काम कर रहे हैं। 

सीएम का दावा-डेढ़ लाख करोड़ के कामों को मिली स्वीकृति
सीएम ने दावा किया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में करीब डेढ़ लाख करोड़ के कामों को स्वीकृति दी गई। प्रधानमंत्री मोदी के सहयोग से रेल, सड़क सहित हर विभाग में काम चल रहा है। आयुष्मान योजना के तहत गरीबों को पांच लाख तक के इलाज कराने की मोदी सरकार ने व्यवस्था की है। सबका विकास होगा। 

नहीं चलेगी तुष्टिकरण की नीति : सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अब कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति नहीं चलेगी। चुनाव राष्ट्रवाद और विकासवाद के मुद्दे पर होगा। भाजपा ने युवा मुख्यमंत्री दिया है और युवाओं को टिकट भी मिलेंगे। पार्टी में दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण टिकट के चयन में थोड़ा विलंब होगा। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आचार संहिता लगने से पहले सरकारी निर्णय लिए थे। आचार संहिता लगने के बाद कोई निर्णय नहीं लिया। इस मामले में सारे कागजात चुनाव आयोग को भेजे हैं। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसी कारण वह निराधार आरोप लगा रही है।

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