ब्लैक फंगस अब हरियाणा में नोटिफाइड डिजीज घोषित, CMO को हर केस की जानकारी देना जरूरी

हरियाणा (Haryana) में कोरोना के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस (Black Fungus) रोग प्रदेश सरकार और प्रदेशवासियों की परेशानी बढ़ा रहे है. प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस बीमारी पैर पसार रही है. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij) ने बताया है कि ब्लैक फंगस को प्रदेश में अधिसूचित रोग घोषित किया गया है. अब किसी भी ब्लैक फंगस मामले का पता चलने पर डॉक्टर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे. पोस्ट- ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रोहतक के सीनियर डॉक्टर कोरोना महामारी से निपटने वाले प्रदेश के सभी डॉक्टरों के साथ इसके इलाज को लेकर वीडियों काफ्रेंस करेंगे.

गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस की बीमारी से जुड़े चार दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके है. प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के बाद सजगता बरतने की सलाह देते हुए कहा है कि डॉक्टरो की मदद से इस बीमारी का इलाज संभव है. प्रदेश कांग्रेस ने ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है.

देश भर में कोरोना से लड़ने के लिए टीकाकरण जारी है. लेकिन इसी के साथ वैक्सीन की किल्लत भी लगातार सामने आ रही है. वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जल्द ही हरियाणा की तरफ से वैक्सीन इम्पोर्ट का ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा.

स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने बताया है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार सभी गांव में कोविड केयर सेंटर खुलवाएगी. उन्होंने कहा है कि, “कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं और 5-5 लोगों की टीम भी तैयार की गई हैं. ये टीम घर-घर जाएंगी और लोगों का चेकअप करेंगी. अगर किसी में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा. जिसके बाद ही इलाज मुहैया कराया जाएगा.”

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