कश्मीरी पंडितों के पलायन का दोषी कर रहा है राहुल की प्रशंसा


राहुल गांधी ने वाशिंगटन अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के भारत विरोधी सदस्यों के दल से भेंट की थी। ये सांसद पा‌किस्तान के पक्ष में भारत विरोधी प्रचार व एजेंडा चलाते रहते हैं। इस दल में सोमालिया मूल की अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के साथ राहुल ने फोटो खिचवाया है। जाहिर है इन सब से राहुल की अंतरंग वार्ता भी हुई होगी। इल्हान उमर हर मंच पर भारत के विरुद्ध जह‌रीला प्रचार करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब संयुक्त राष्ट्र गए थे, तब इल्हान उमर ने डेमोक्रेटिक पार्टी के भारत विरोधी मंच के सांसदों के साथ नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रसंघ महासभा के भाषण का बहिष्कार किया था।

उमर ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने की निन्दा करते हुए पाक अधिकृत कश्मीर सहित पूरे कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। इल्हान उमर भारत के विरुद्ध जहर उगलने वाले डेमोक्रेटिक नेताओं में अग्रणी मानी जाती है। इससे पूर्व में भी राहुल गांधी खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान से मिले थे, जो लन्दन में रहकर भारत विरोधी प्रचार अभियान चलाता था। राहुल भारत विरोधी पाकिस्तानी पत्रकार जहानजैब अली से भी चुपचाप मिल चुके हैं। यह अब पूरी तरह साफ़ है कि विदेश यात्राओं में वे भारत विरोधी नेताओं, पत्रकारों व एजेंडावादियों से मिलते और विचारविमर्श करते हैं। इन वार्ताओं का आयोजन सैम पित्रोदा कराता है।

इस बीच नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने अमेरिका की यात्रा में राहुल के विचारों की प्रशंसा करते हुए श्रीनगर में कहा कि राहुल की बातें देश के हित में है। कश्मीर घाटी में लाखों कश्मीरी पंडितों का नरसंहार और उत्पीड़न कराने का दोषी फारूक 1990 में हिन्दू विरोधी माहौल बनाने के बाद इंग्लैंड भाग गया था। फारूक लाखों हिन्दुओं को कश्मीर से निकालने का मुख्य मुजरिम है, जिसके साथ राहुल ने चुनावी सम‌झौता किया है। अतः राहुल की प्रशंसा करना फारूक की एक रणनीति है।

गोविन्द वर्मा

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