लॉर्ड जो जॉनसन ने अदाणी इंटरप्राइजेज के रद्द एफपीओ से संबंधित फर्म के गैर कार्यकारी निदेशक का पद छोड़ दिया है। उन्हें बीते साल जून में इलारा कैपिटल पीएलसी का निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्होंने बुधवार को करीबन आठ महीने बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि लॉर्ड जो जॉनसन ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भाई हैं। वहीं, इलारा भारतीय कॉरपोरेट समूहों के लिए फंड जुटाने वाली पूंजी बाजार कारोबार वाली कंपनी है।
‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ अखबार ने यूके कंपनीज हाउस के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए यह खुलासा किया है। उन्होंने उसी दिन अपने इस्तीफे का एलान किया था, जिस दिन अदाणी समूह ने एफपीओ को वापस लेने की घोषणा की थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलारा खुद को एक पूंजी बाजार की कंपनी बताती है, जो भारतीय कंपनियों के लिए धन जुटाने का काम करती है। एफपीओ की बुकरनर में यह कंपनी भी शामिल थी। जो जॉनसन ने अपने इस्तीफे को लेकर जोर देकर कहा कि उन्हें कपनी की अच्छी स्थिति के बारे में आश्वासन दिया गया था। उन्होंने निदेशक पद से इस्तीफा ‘इस क्षेत्र में कम जानकारी होने के कारण दिया।’
रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि अमेरिका की शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह की कंपनियों पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए जाने के बाद इलारा का परिसंपत्ति प्रबंधन कारोबार भी चर्चा में आया था।