अखिलेश यादव पर अभद्र टिप्पणी मामले में 6 पुलिसकर्मी निलंबित

फिरोजाबाद। जनपद के शिकोहाबाद क्षेत्र में तैनात सिपाही प्रदीप ठाकुर द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विरुद्ध सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला तूल पकड़ गया है। सिपाही ने यह टिप्पणी अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर साझा की, जिसे अन्य पुलिसकर्मियों ने भी फॉरवर्ड किया, जिससे यह मामला वायरल हो गया। इस प्रकरण के सामने आने के बाद सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और राजनीतिक हलकों में इसकी तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली।

सपा जिलाध्यक्ष ने एसएसपी से की शिकायत, जांच के आदेश

गुरुवार को सपा जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव ने एसएसपी सौरभ दीक्षित से मिलकर इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई और संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि आरोपी सिपाही पूर्व में एसपी देहात का हमराही भी रह चुका है और उसकी इस हरकत से पार्टी की छवि को ठेस पहुंची है। शिकायत मिलने पर एसएसपी ने जांच की जिम्मेदारी सीओ सदर चंचल त्यागी को सौंपते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

24 घंटे में पूरी हुई जांच, छह पुलिसकर्मी दोषी पाए गए

शुक्रवार को सौंपे गए जांच प्रतिवेदन में स्पष्ट हुआ कि सिर्फ सिपाही प्रदीप ठाकुर ही नहीं, बल्कि उसके साथ पांच अन्य पुलिसकर्मी—मुख्य आरक्षी कुलदीप, आरक्षी राहुल, अमित, अरुण और सौरभ—ने भी इस आपत्तिजनक सामग्री को वायरल करने में भूमिका निभाई। प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सभी छह पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

अयोध्या ड्यूटी पर थे तैनात, तत्काल निलंबन आदेश जारी

एसएसपी ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मी वर्तमान में अयोध्या में विशेष ड्यूटी पर थे। इनमें से कुछ थाना नारखी, कुछ शिकोहाबाद और शेष पुलिस कार्यालय फिरोजाबाद से संबद्ध हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों ने अनुशासनात्मक कार्रवाई में कोई ढिलाई न बरतते हुए त्वरित निर्णय लिया।

अन्य कर्मचारियों पर भी कार्रवाई के संकेत

जांच में यह बात भी सामने आई है कि इस विवादित स्टेटस को अन्य कुछ पुलिसकर्मियों ने भी साझा किया था या उस पर प्रतिक्रिया दी थी। इन सभी की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई तय मानी जा रही है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सेवा में रहते हुए राजनीतिक या व्यक्तिगत टिप्पणियों को सार्वजनिक रूप से व्यक्त करना अनुशासनहीनता मानी जाएगी और इस प्रकार की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

सोशल मीडिया पर संयम बरतने के निर्देश

पुलिस अधिकारियों ने विभाग के सभी कर्मचारियों को सोशल मीडिया के उपयोग में विशेष सतर्कता और संयम बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी कोई भी गतिविधि सामने आने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

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