हरियाणा के बल्लभगढ़ स्थित उप तहसील कार्यालय में शुक्रवार दोपहर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि पिछले छह वर्षों से रजिस्ट्री से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड आयकर विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिसकी अनुमानित राशि करीब 11 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद से आयकर विभाग की 11 सदस्यीय टीम सबसे पहले दोपहर को पुलिस लाइन पहुंची। वहां से उन्होंने कार्रवाई के लिए 11 पुलिसकर्मियों की मांग की, जिसे पुलिस विभाग ने तत्काल पूरा किया। इसके बाद टीम दोपहर करीब 2 बजे बल्लभगढ़ उप तहसील पहुंची और रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया।
छापे के दौरान यह सामने आया कि उप तहसील द्वारा पिछले छह वर्षों में 30 लाख से अधिक मूल्य की हुई रजिस्ट्रियों की कोई भी जानकारी विभाग को नहीं भेजी गई, जबकि नियमों के अनुसार इस प्रकार की सभी रजिस्ट्री की सूचना आयकर विभाग को दी जानी आवश्यक होती है।
टीम ने पूरे दिन दस्तावेजों की जांच की और कार्रवाई रात 11 बजे तक जारी रही। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने पुष्टि की कि आयकर विभाग की मांग पर उन्हें पुलिस बल उपलब्ध कराया गया, ताकि जांच में किसी प्रकार की बाधा न आए।
इस कार्रवाई से प्रशासनिक स्तर पर गंभीर लापरवाही के संकेत मिले हैं। फिलहाल आयकर विभाग की टीम द्वारा दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है और आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं।