काठमांडू। नेपाल पुलिस ने राजधानी काठमांडू में एक बड़े साइबर और क्रिप्टोकरेंसी ठगी रैकेट का खुलासा किया है। इस मामले में छह चीनी नागरिकों सहित कुल 52 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी एक अवैध ऑनलाइन फ्रॉड नेटवर्क चला रहे थे, जिसमें फर्जी डेटिंग ऐप और कॉल सेंटर के ज़रिए आम लोगों को झूठे निवेश का झांसा देकर ठगा जाता था।
गुप्त सूचना पर की गई छापेमारी
नेपाल पुलिस के अपराध जांच विभाग (CIB) को इनपुट मिला था कि कुछ संदिग्ध विदेशी नागरिक राजधानी के विभिन्न इलाकों में छिपे हुए हैं। इसी आधार पर ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी के बालीफाल टोले और काठमांडू मेट्रो सिटी के चगल-तहाचल क्षेत्र में दो किराए के घरों पर छापा मारा गया।
छह चीनी नागरिकों की पहचान झांग लुन (29), चेन जियाहाओ (27), लिन दे (41), जू झेंग (32), लियू जेक्सुआन (30) और जू लिंगहुआ (33) के रूप में हुई है, जो इस नेटवर्क के मुख्य संचालक माने जा रहे हैं।
फर्जी कंपनी के नाम पर चला रहे थे रैकेट
CIB की जांच में पता चला कि आरोपी ‘सोशल सॉफ्टवेयर डेवलपिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम से किराए पर लिए गए घर में कॉल सेंटर और फर्जी डेटिंग ऐप ‘METOO’ चला रहे थे। इसी ऐप के माध्यम से युवाओं को प्रेम संबंधों का झांसा देकर फर्जी क्रिप्टो योजनाओं में निवेश करवाया जाता था।
पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों से लगभग 14 लाख नेपाली रुपये नकद, 9 लैपटॉप, 54 मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। एक अन्य किराए के मकान का इस्तेमाल अवैध लेनदेन के लिए किया जा रहा था।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का लालच देकर करते थे धोखाधड़ी
जांच में सामने आया है कि यह गिरोह डेटिंग ऐप के जरिए पहले संपर्क बनाता और फिर पीड़ितों को भारी रिटर्न का झांसा देकर क्रिप्टो में पैसा लगाने को उकसाता था। नेपाल में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी आर्थिक गतिविधियां अवैध मानी जाती हैं।
इस नेटवर्क में शामिल 46 नेपाली नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी के खिलाफ डिजिटल करेंसी कानूनों के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश अभी जारी है।
प्रवक्ता का बयान: तकनीक और भावनात्मक शोषण का इस्तेमाल
CIB के प्रवक्ता, एसपी युवराज खड़का ने बताया कि, “यह ऑपरेशन सुनियोजित था। आरोपियों ने तकनीक और भावनात्मक हेरफेर के ज़रिए आम नागरिकों को निशाना बनाया।” उन्होंने कहा कि इस तरह के साइबर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है।