उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक कथावाचक को यादव समुदाय से होने के कारण बेहद अपमानजनक सजा दी गई। गांव के कुछ आयोजकों और ग्रामीणों ने मिलकर कथावाचक के साथ अभद्रता की सारी हदें पार कर दीं। कथावाचक को पकड़ कर जबरदस्ती सिर मुंडवाया गया, वहीं एक महिला को भी अपमानजनक तरीके से उसके पैरों के नीचे सिर रखवा कर नाक रगड़वाई गई। इसके बाद कथावाचक को गांव से भी भगा दिया गया। इस घटना का वीडियो किसी ने बना कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित कथावाचक ने समाजवादी पार्टी के सांसद और अन्य नेताओं के साथ सोमवार को एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले में पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर चार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
जानकारी के मुताबिक, दांदरपुर गांव में 21 जून से 27 जून तक मंदिर में भागवत कथा का आयोजन हुआ था। इस आयोजन में जय प्रकाश तिवारी परीक्षित मुख्य आयोजक थे। कथावाचक के तौर पर अछल्दा, औरैया के संत कुमार यादव को बुलाया गया था। 21 जून को कलश यात्रा निकालने के बाद ही आयोजकों और ग्रामीणों ने मिलकर कथावाचक के साथ इस बर्बरता को अंजाम दिया।
पीड़ित कथावाचक ने पुलिस को बताया कि कथा के पहले दिन ही यादव होने के कारण उसे गलत तरीके से सजा दी गई। कथावाचक के पास दो आधार कार्ड मिले, जिनमें अलग-अलग नाम और पते दर्ज थे। इस घटना के बाद गांव में नए कथावाचक के रूप में सुखदेव मिश्रा धनुआ खेड़ा, जसवंतनगर को बुलाया गया है।
एसएसपी ने बताया कि कथावाचक के साथ मारपीट कर सिर मुंडवाया गया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मामले की जांच भी जारी है।