दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग भाजपा ने तेज कर दी है। भाजपा ने कहा है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी को अदालत ने वैध बताया है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है। इस मांग को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नेतृत्व में निगम पार्षद, वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। तिहाड़ के बाहर इस्तीफे की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन किया और दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कानूनी रूप से वैध बताया है। अब उन्हें पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं बचा है।दिल्ली की जनता भी मांग कर रही है कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट भी इससे पहले उन्हें इशारा दे चुका है। वह शराब घोटाले के मुख्य सूत्रधार है और इसी आधार पर हाईकोर्ट ने उनकी याचिका रद्द की है।
उन्हें अपने शीश महल का मोह त्याग कर इस्तीफा देना चाहिए। सरकारी तंत्र पूरी तरह से फेल हो चुका है। पूर्व शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री तक जेल में हैं, जो मंत्री और विधायक बाहर हैं उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस से फुर्सत नहीं है। मुख्यमंत्री का शुगर लेवल कितना घटा और कितना बढ़ा इसी की राजनीति होती है। आशा किरण होम की भी कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। कैबिनेट बैठक में भी एक तुगलकी टेलिफोनिक फरमान जारी कर दिया जाता है।
आयोजित प्रदर्शन में एमसीडी नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह, उपनेता जयभगवान यादव, प्रदेश पदाधिकारी विनय रावत, योगिता सिंह, प्रवीण शंकर कपूर, अशोक गोयल, वीरेंद्र बब्बर, आदित्य झा, विक्रम मित्तल, रेखा गुप्ता, शिखा राय समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए।