धौलाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित यूपीएसआईडीसी फेज-1 में मंगलवार शाम एक केमिकल फैक्टरी में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक ड्रम फटने से जहरीली गैस का रिसाव हो गया। एनआर इंडस्ट्रीज नामक इस इकाई में हादसे के वक्त काम कर रहे छह से अधिक मजदूर गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। स्थिति बिगड़ते देख फैक्टरी के जिम्मेदार लोग घटनास्थल से भाग निकले। अन्य कर्मचारियों ने घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया, जहां एक सुरक्षा कर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना के वक्त फैक्टरी में मचा हड़कंप
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना शाम लगभग छह बजे हुई। मजदूर फैक्टरी में सामान्य काम कर रहे थे, तभी एक कैमिकल से भरा ड्रम तेज आवाज के साथ फट गया। ड्रम में मौजूद रसायन की तीखी गंध और गैस से वहां मौजूद कर्मचारियों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। इस स्थिति में अन्य मजदूरों ने तत्परता दिखाते हुए बेहोश हुए साथियों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
सुरक्षा कर्मी की हालत गंभीर, अन्य का इलाज जारी
फैक्टरी में तैनात सुरक्षाकर्मी सुमित चौहान, जो गालंद गांव के निवासी हैं, को बचाव के दौरान अत्यधिक गैस का प्रभाव झेलना पड़ा। उन्हें पिलखुवा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। अन्य घायल मजदूरों को भी उनके परिजन इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले गए हैं। फिलहाल सभी की स्थिति की जानकारी जुटाई जा रही है।
प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप, जांच में जुटी पुलिस
हादसे के बाद फैक्टरी प्रबंधन के जिम्मेदार लोग बिना किसी सहायता के मौके से चले गए। आरोप है कि किसी घायल को प्राथमिक उपचार तक नहीं दिलाया गया। घटना की सूचना मिलने पर देहात थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह बिष्ट टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनीता चौहान ने बताया कि अभी तक किसी पक्ष की ओर से तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। फैक्टरी के मालिक और अन्य जिम्मेदारों की जानकारी जुटाई जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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