देशभर में पहले से ही बढ़ती महंगाई के बीच हरियाणा में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए एक और झटका सामने आया है। राज्य सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाले फोर्टिफाइड सरसों के तेल की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि की है। अब तक दो लीटर तेल जहां 40 रुपये में उपलब्ध था, वहीं अब इसके लिए 100 रुपये चुकाने होंगे।
राज्य में 150 फीसदी तक की बढ़ोतरी
तेल की कीमतों में यह वृद्धि लगभग 150 प्रतिशत मानी जा रही है। इसके तहत अब पात्र परिवारों को एक लीटर तेल 30 रुपये में मिलेगा, जबकि दो लीटर लेने पर उन्हें 100 रुपये देने होंगे। यह संशोधित दरें जुलाई माह से प्रदेश के सभी राशन डिपो पर लागू हो जाएंगी।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दिए निर्देश
राज्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक ने इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश के सभी जिला खाद्य नियंत्रकों को निर्देश दिए गए हैं कि डिपोधारकों से अब संशोधित दर पर राशि वसूली जाए।
राज्य मंत्री ने बताया कारण
हरियाणा सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने बताया कि सरसों की खरीद और तेल निकालने की लागत बढ़ने के कारण यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर एक गरीब परिवार में एक लीटर तेल ही पूरे महीने के लिए पर्याप्त होता है। इसलिए एक लीटर पर केवल 10 रुपये का अतिरिक्त भार पड़ा है।
विपक्ष ने जताया विरोध
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए इसे गरीब विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि पहले से महंगाई की मार झेल रहे जरूरतमंद परिवारों पर यह अतिरिक्त बोझ डालना उचित नहीं है।