किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने के मौके पर दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे पर महापंचायत की आयोजित की गई. इसमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भी मौजूद थे. इस दौरान डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक महत्वपूर्ण संदेश जारी किया. 79 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल ने इस महापंचायत को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार से कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी.
महापंचायत में हजारों किसानों ने भाग लिया, जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु से किसान और किसान नेता शामिल हुए. इस दौरान डल्लेवाल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आज हमारे देश के नौजवानों को बेड़ियों में बांधकर अमेरिका से वापस भेजा जा रहा है, जो बेहद अपमानजनक है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्यों हमारे देश के नौजवानों को बाहर जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है?
रोजगार को लेकर उठाया सवाल
उनका मानना है कि इसका सबसे बड़ा कारण हमारे देश में रोजगार की कमी है. इस वजह से युवा पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं. डल्लेवाल ने कहा कि कृषि क्षेत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि देश के नौजवानों को अपने ही देश में रोजगार मिल सके. इसके लिए उन्होंने स्वामीनाथन आयोग द्वारा दिए गए C2+50% फॉर्मूले के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की घोषणा और MSP पर फसलों की खरीद की गारंटी देने के लिए एक कानून बनाने की अपील की.]
MSP गारंटी कानून पर बोले
डल्लेवाल ने आगे कहा कि उनका मन था कि 14 फरवरी को केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक में वह स्वयं शामिल हों, ताकि वह किसानों का पक्ष मजबूती से रख सकें. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले संसद के सामने नतमस्तक होकर कहते थे कि वह संसद की हर भावना का सम्मान करेंगे. लेकिन आज संसद की खेती विषयों पर बनी स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में MSP गारंटी कानून बनाने की सिफारिश की है, जिसे मोदी सरकार अब तक लागू नहीं कर रही है.
हक की मांग करते रहेंगे- डल्लेवाल
किसान नेता ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही MSP पर कानून नहीं बनाया और कृषि क्षेत्र को सशक्त नहीं किया, तो देश के किसान आगे भी संघर्ष करते रहेंगे. महापंचायत में किसानों का समर्थन देखकर डल्लेवाल ने यह स्पष्ट कर दिया कि किसान अपने अधिकारों के लिए कभी पीछे नहीं हटेंगे और सरकार से उनके हक की मांग करते रहेंगे.