उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले में पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी संतोष उर्फ राजू ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में एसएचओ चंद्रभूषण मौर्य और एक दरोगा के बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी, जबकि जवाबी फायरिंग में बदमाश संतोष को छह गोलियां लगीं। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल संतोष को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वारदात का विवरण
यह मुठभेड़ शनिवार रात करीब 11 बजे कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढा हाईवे पर हुई। एसपी राजेश कुमार के अनुसार, राजस्थान के अजमेर निवासी साबरमल मीणा (40) अपने ट्रेलर में गुजरात से कॉपर वायर लोड कर प्रयागराज के सूबेदारगंज की ओर जा रहे थे। इस वायर की कीमत करीब चार करोड़ रुपये थी।
रास्ते में बदमाश संतोष उर्फ राजू ने अपने गैंग के दो सदस्यों के साथ अर्टिगा कार से ट्रेलर को ओवरटेक कर रोक लिया। ड्राइवर साबरमल को गन पॉइंट पर धमकाने के बाद बदमाशों ने उसे कॉपर वायर बेचने का लालच दिया। जब ड्राइवर ने इनकार किया और बताया कि यह ट्रेलर उसका है तथा वायर रेलवे का है, तो संतोष ने गुस्से में आकर ड्राइवर को गोली मार दी और शव को झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद बदमाशों ने ट्रेलर को प्रतापगढ़ सीमा में खड़ा कर दिया।
पुलिस कार्रवाई और मुठभेड़
शनिवार रात संतोष उर्फ राजू चार लोगों के साथ कॉपर वायर बेचने की कोशिश कर रहा था, तभी कोखराज पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान संतोष ने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस उसे घटनास्थल पर ले गई ताकि इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी हो सके।
तभी संतोष ने झाड़ियों में छिपाए लोडेड पिस्टल से पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें संतोष को छह गोलियां लगीं। गंभीर रूप से घायल संतोष को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
आपराधिक पृष्ठभूमि
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मारा गया बदमाश संतोष उर्फ राजू जौनपुर जिले के खेतासराय थाना क्षेत्र के पोरई कला गांव का रहने वाला था। उस पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से कुछ मुंबई में भी थे। गैंग के अन्य दो साथी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। यह गिरोह हाईवे पर कीमती धातुओं से लदे वाहनों को लूटने में सक्रिय था।