केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत देशभर के स्कूल शिक्षा तंत्र का समग्र आकलन किया है। इस मूल्यांकन में शैक्षिक उपलब्धियों, डिजिटल शिक्षण, आधारभूत ढांचे जैसे विभिन्न मानकों को शामिल किया गया। मंत्रालय ने सत्र 2022-23 और 2023-24 के लिए परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI-D) रिपोर्ट जारी की है, जो स्कूली शिक्षा और साक्षरता के क्षेत्र में प्रगति को दर्शाती है।
2023-24 की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसके बाद क्रमशः झांसी दूसरे, वाराणसी तीसरे, गाजियाबाद चौथे, कानपुर देहात पांचवें, फतेहपुर छठवें, चित्रकूट सातवें, गोरखपुर आठवें, बागपत नौवें, फैजाबाद दसवें और लखनऊ बारहवें स्थान पर रहे हैं।
वहीं, पिछले वर्ष यानी 2022-23 की रिपोर्ट में झांसी पहले स्थान पर था, जबकि गौतमबुद्धनगर दूसरे, गाजियाबाद तीसरे और वाराणसी चौथे स्थान पर थे। इस सूची में श्रावस्ती, गोरखपुर, लखनऊ, बागपत, हापुड़ और भदोही जैसे जिलों ने भी शीर्ष दस में स्थान बनाया।
इन रिपोर्टों के माध्यम से मंत्रालय ने यह परखा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ज़मीनी स्तर पर कितना प्रभाव डाल रही है। साथ ही शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए एक स्पष्ट दिशा-निर्देश भी प्रस्तुत किया गया है। डिजिटल संसाधनों की भूमिका और उनमें और क्या सुधार किए जा सकते हैं, इस पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।