महाराष्ट्र भाजपा को आखिरकार नया स्थायी अध्यक्ष मिल गया है। कई दिनों की अटकलों के बाद, रवींद्र चव्हाण को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना गया। वे पहले से ही संगठन में कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे और पार्टी के भीतर उन्हें व्यापक समर्थन प्राप्त था।
दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को उनके नाम की औपचारिक अनुशंसा भेजी गई थी, और चूंकि इस पद के लिए किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया, इसलिए उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया।
स्थानीय चुनावों के मद्देनज़र स्थायी नेतृत्व की आवश्यकता
महाराष्ट्र में आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) और स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए पार्टी में यह महसूस किया जा रहा था कि संगठन को अब एक स्थायी प्रदेश अध्यक्ष की आवश्यकता है। इसी पृष्ठभूमि में रवींद्र चव्हाण को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई, क्योंकि वे पहले से ही संगठन के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।
रवींद्र चव्हाण का राजनीतिक सफर
रवींद्र चव्हाण भाजपा के अनुभवी और सक्रिय नेता हैं। उन्होंने 2007 में कल्याण-डोंबिवली नगर निगम से पार्षद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 2009 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक पद हासिल किया। उन्होंने 2014 में लगातार दूसरी बार, और फिर 2019 में तीसरी बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की।
उनके कार्यकाल के दौरान भाजपा को कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भायंदर, उल्हासनगर, ठाणे और पनवेल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मजबूती मिली।
मंत्री पद और हालिया उपलब्धियाँ
रवींद्र चव्हाण पालघर और सिंधुदुर्ग के पालक मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्हें राज्य सरकार में लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हाल ही में, 2024 में चौथी बार विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे। अब उन्होंने चंद्रशेखर बावनकुले की जगह महाराष्ट्र भाजपा की कमान संभाली है।