ट्रंप का टैक्स बिल सीनेट में पास, मेडिकेड कटौती पर बवाल

अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण वाली सीनेट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कर छूट योजना, खर्च में कटौती और निर्वासन संबंधी फंडिंग से जुड़े विधेयक को मंजूरी देने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। शनिवार रात हुए मतदान में यह प्रस्ताव 49 के मुकाबले 51 मतों से पारित हुआ। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस संभावित टाई की स्थिति को देखते हुए सीनेट में मौजूद रहे।

मतदान से पहले गहन मंथन, दो रिपब्लिकन सांसदों ने किया विरोध

इस प्रस्ताव को लेकर सीनेट में लंबा गतिरोध देखने को मिला। तीन घंटे से अधिक समय तक मतदान टला रहा, क्योंकि कई सांसद निजी बैठकों में चर्चा कर रहे थे। अंततः रिपब्लिकन पार्टी के दो सांसदों ने डेमोक्रेट्स के 47 सदस्यों के साथ मिलकर इस प्रस्ताव का विरोध किया।

राष्ट्रपति ट्रंप ने इस सफलता पर सोशल मीडिया पोस्ट में इसे “बड़ी जीत” करार दिया। हालांकि पार्टी के भीतर एकमत नहीं है। खासकर सामाजिक कल्याण योजनाओं—जैसे मेडिकेड और खाद्य सहायता—में कटौती को लेकर कई रिपब्लिकन सांसद असहमत हैं। इन योजनाओं में कटौती कर ट्रंप की प्रस्तावित 3.8 ट्रिलियन डॉलर की कर राहत की भरपाई का रास्ता तैयार किया गया है।

ट्रंप की नाराजगी, सांसदों को चेतावनी

राष्ट्रपति ट्रंप ने विधेयक का विरोध करने वाले अपने ही दल के नेताओं को चेतावनी दी है। उन्होंने उत्तर कैरोलिना के सांसद थॉम टिलिस के खिलाफ चुनाव प्रचार करने की बात कही। टिलिस ने मेडिकेड कटौती को अपने राज्य के हित में नुकसानदायक बताते हुए प्रस्ताव का समर्थन करने से इनकार किया था।

स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ सकता है असर

कांग्रेस के स्वतंत्र बजट विश्लेषण कार्यालय की रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि यदि यह विधेयक पारित होता है, तो 2034 तक करीब 1 करोड़ 18 लाख लोग स्वास्थ्य बीमा से वंचित हो सकते हैं। रैंड पॉल (केंटकी) और टिलिस (नॉर्थ कैरोलिना) ने विधेयक के खिलाफ मतदान किया।

अरबपति एलन मस्क का विरोध

इस 940 पन्नों वाले विधेयक को लेकर देशभर में प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। टेस्ला प्रमुख एलन मस्क ने इसे “असंगत और नुकसानदायक” क़रार दिया है।

अब भी लंबी प्रक्रिया शेष

सीनेट में पास होने के बाद अब विधेयक में संशोधन की प्रक्रिया चलेगी और सांसदों को रात भर बहस करनी होगी। विधेयक को अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इसे प्रतिनिधि सभा (हाउस) में पुनः भेजा जाएगा, जहां अंतिम मतदान होगा। वहां से पारित होने पर ही यह राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के लिए जाएगा।

डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सांसद चक शूमर ने आरोप लगाया कि रिपब्लिकन सांसदों ने इस विधेयक को जनता से छिपाकर देर रात पेश किया और जल्दबाज़ी में पारित कराने की कोशिश की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here