यूपी के बुलंदशहर में मंगलवार सुबह दलित नाबालिग रेप पीड़िता को आरोपी के चाचा-चाची ने घर में घुसकर पेट्रोल डाल जिंदा जला दिया था। 90 फीसदी जली हुई अवस्था को किशोरी को आनन-फानन दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान देर शाम उसकी मौत हो गई। हरकत में आई पुलिस ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। मामले में लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर को लाइनहाजिर कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, जहांगीराबाद कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली नाबालिग दलित किशोरी के साथ 3 महीने पहले एक युवक ने बंधक बनाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया था। पीड़ित परिवार ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस ने इस साल 15 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोप है कि रेप के मामले में फैसला करने के लिए आरोपी युवक के परिजन बराबर दबाव बना रहे थे, मगर पीड़ित परिवार समझौते को तैयार नहीं था। आरोपी के चाचा संजय और चाची काजल पीड़िता के गांव में ही रहते हैं।
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि मंगलवार सुबह पीड़िता कूड़ा डालने घर से बाहर गई थी। इसी दौरान आरोपी के चाचा और चाची ने उसे पकड़कर जमकर पीटा। जैसे-तैसे पीड़िता जान बचाकर अपने घर पहुंची तो उन लोगों ने वहां उस पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया। इलाज के दौरान देर शाम किशोरी की मौत हो गई।