अमेरिकी प्रशासन के अधिकारियों से अडानी समूह के प्रतिनिधियों की मुलाकात की खबरों के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। यह बैठक अडानी समूह पर लगे कथित रिश्वत मामले से जुड़े आपराधिक आरोपों को खारिज करने की मांग को लेकर हुई थी। सोमवार को बीएसई में अडानी टोटल गैस के शेयर में सबसे अधिक 11.01% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि अडानी एंटरप्राइजेज 6.96%, अडानी ग्रीन एनर्जी 6.61%, अडानी पोर्ट्स 6.29% और अडानी पावर में 5.96% की बढ़ोतरी हुई।
अन्य कंपनियों की बात करें तो एनडीटीवी के शेयरों में 4.74%, अडानी एनर्जी में 3.30%, एडब्लूएल एग्री बिजनेस में 1.99%, अंबुजा सीमेंट्स में 1.76%, एसीसी में 1.04% और सांघी इंडस्ट्रीज में 0.72% की तेजी देखी गई। अडानी टोटल गैस और अडानी पावर में दिन के कारोबार के दौरान क्रमशः 14.12% और 11.31% तक की उछाल देखी गई।
इस तेजी के चलते समूह की सभी कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण करीब 13.33 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है।
क्या था मामला?
पिछले साल नवंबर में अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और प्रबंध निदेशक विनीत जैन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट से संबंधित अनुबंध प्राप्त करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को कथित रूप से रिश्वत देने की योजना बनाई थी। साथ ही, अमेरिकी निवेशकों से फंड जुटाने की प्रक्रिया में इस जानकारी को छुपाने का भी आरोप लगाया गया।
हालांकि, अडानी ग्रीन एनर्जी ने हाल ही में एक स्वतंत्र जांच रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कंपनी के नियामकीय अनुपालन में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। समूह ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है।
गौतम अडानी की टीम की दलील
मुलाकात के दौरान अडानी के प्रतिनिधियों ने यह तर्क दिया कि जिस कथित रिश्वत प्रकरण की बात की जा रही है, वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकताओं के अनुरूप नहीं था, इसलिए इस मामले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने की संभावनाओं के बीच इस केस में अडानी को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।