सरकार द्वारा 2025 की बेहतर गुणवत्ता वाली नई सरसों फसल की बिक्री शुरू करने के फैसले के बाद शनिवार को सरसों तेल और अन्य तिलहनों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। इसके विपरीत, मूंगफली तेल व तिलहन की मांग बढ़ने तथा आपूर्ति में कमी के चलते इनके भाव में सुधार देखा गया।
बाजार सूत्रों ने बताया कि सरकार की ओर से टेंडर के माध्यम से सरसों की बिक्री शुरू किए जाने से समग्र तेल-तिलहन बाजार पर दबाव पड़ा है। हालांकि मूंगफली की मांग बनी रहने और मंडियों में आपूर्ति सीमित रहने के कारण इसके दाम में मजबूती आई है। बावजूद इसके, मूंगफली के भाव अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य से 14-15% नीचे चल रहे हैं।
आयातित तेलों में मूल्य दबाव
सूत्रों के अनुसार, मौजूदा वित्तीय संकट के चलते आयातकों को सोयाबीन डीगम तेल को लागत से भी कम कीमत पर बेचने की मजबूरी हो रही है, जिससे वे बैंकों की देनदारियों का निपटान कर सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि खाद्य तेलों के आयात पर अत्यधिक निर्भरता को देखते हुए सरकार को इस स्थिति पर गंभीरता से विचार कर उपयुक्त समाधान निकालना चाहिए।
शिकागो एक्सचेंज बंद रहने से स्थिरता
शिकागो एक्सचेंज के सप्ताहांत पर बंद रहने के कारण सोयाबीन तेल, कच्चा पाम तेल (सीपीओ), पामोलीन और बिनौला तेल की कीमतों में स्थिरता बनी रही। अब बाजार की दिशा सोमवार को एक्सचेंज खुलने के बाद स्पष्ट होगी।
शनिवार को प्रमुख तेल-तिलहन के बाजार भाव (रु./प्रति क्विंटल या टिन)
- सरसों तिलहन – ₹6,925 – ₹6,975
- मूंगफली – ₹5,700 – ₹6,075
- मूंगफली तेल (मिल डिलीवरी, गुजरात) – ₹13,700
- मूंगफली रिफाइंड तेल – ₹2,230 – ₹2,530 प्रति टिन
- सरसों तेल (दादरी) – ₹14,875
- सरसों पक्की घानी – ₹2,560 – ₹2,660 प्रति टिन
- सरसों कच्ची घानी – ₹2,560 – ₹2,695 प्रति टिन
- सोयाबीन तेल (दिल्ली मिल डिलीवरी) – ₹12,650
- सोयाबीन तेल (इंदौर मिल डिलीवरी) – ₹12,450
- सोयाबीन डीगम तेल (कांडला) – ₹9,700
- सीपीओ (कांडला एक्स-गोदाम) – ₹10,650
- बिनौला तेल (हरियाणा मिल डिलीवरी) – ₹12,500
- पामोलीन आरबीडी (दिल्ली) – ₹12,400
- पामोलीन (कांडला एक्स-गोदाम, बिना जीएसटी) – ₹11,350
- सोयाबीन दाना – ₹4,375 – ₹4,425
- सोयाबीन लूज – ₹4,075 – ₹4,175