सस्टेनेबल डेवलपमेंट रैंकिंग में भारत की बड़ी छलांग, 99वें स्थान पर पहुंचा

भारत के लिए वैश्विक मंच से एक सकारात्मक खबर सामने आई है। संयुक्त राष्ट्र सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क (UNSDSN) द्वारा जारी 10वीं सस्टेनेबल डेवलपमेंट रिपोर्ट (SDR) के अनुसार, भारत ने सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए 100वें स्थान में प्रवेश कर लिया है।

167 देशों की रैंकिंग में भारत 99वें पायदान पर

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने 2025 के एसडीजी इंडेक्स में 67 अंकों के साथ 99वां स्थान हासिल किया है। इससे पहले 2024 में भारत 109वें, 2023 में 112वें, 2022 में 121वें और 2021 में 120वें स्थान पर था। इस लिहाज़ से भारत ने बीते वर्षों की तुलना में निरंतर सुधार दर्ज किया है।

दूसरी ओर, चीन 74.4 अंकों के साथ 49वें और संयुक्त राज्य अमेरिका 75.2 अंकों के साथ 44वें स्थान पर मौजूद हैं। भारत के पड़ोसी देशों में भूटान 74वें, नेपाल 85वें, बांग्लादेश 114वें और पाकिस्तान 140वें स्थान पर है। वहीं, मालदीव 53वें और श्रीलंका 93वें पायदान पर हैं।

क्या 2030 तक लक्ष्य पूरे हो सकेंगे?

संयुक्त राष्ट्र ने 2015 में 17 सतत विकास लक्ष्यों को अपनाया था, जिनका उद्देश्य 2030 तक समावेशी और संतुलित विकास सुनिश्चित करना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर SDGs की प्रगति धीमी हो गई है और मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए केवल 17% लक्ष्य ही 2030 तक हासिल हो पाएंगे।

रिपोर्ट के प्रमुख लेखक अर्थशास्त्री जेफ्री सैक्स ने बताया कि संसाधनों की कमी, वैश्विक संघर्ष और संरचनात्मक समस्याएं SDGs की उपलब्धि में बड़ी बाधाएं बनी हुई हैं।

शीर्ष पर फिनलैंड, यूरोपीय देशों का दबदबा

रैंकिंग में फिनलैंड शीर्ष स्थान पर है, इसके बाद स्वीडन दूसरे और डेनमार्क तीसरे स्थान पर हैं। टॉप 20 देशों में से 19 यूरोप से हैं, जो सतत विकास में अग्रणी माने जाते हैं। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इन देशों को जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता से संबंधित लक्ष्यों को हासिल करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसका प्रमुख कारण असंतुलित उपभोग है।

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