भारत के निजी बैंकिंग क्षेत्र में एक अहम निवेश हुआ है। जापान की प्रमुख वित्तीय संस्थाओं में से एक, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्प (SMBC), ने यस बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदने का समझौता किया है। इस सौदे की कुल कीमत लगभग 13,483 करोड़ रुपये (लगभग $1.58 बिलियन) है और निवेश प्रति शेयर 21.5 रुपये की दर पर किया गया है। इस डील के बाद यस बैंक का कुल मूल्यांकन 67,411 करोड़ रुपये हो गया है।
यह निवेश SMBC द्वारा यस बैंक में बहुमत हिस्सेदारी की ओर पहला कदम माना जा रहा है, और इस सौदे के तहत SMBC को यस बैंक के बोर्ड में दो निदेशकों की नियुक्ति का अधिकार भी मिलेगा।
एसबीआई और अन्य बैंकों ने बेची हिस्सेदारी
इस सौदे के हिस्से के रूप में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी 24% हिस्सेदारी में से 13.19% हिस्सेदारी 8,889 करोड़ रुपये में SMBC को बेची है। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, फेडरल बैंक और बंधन बैंक ने मिलकर अपनी 6.81% हिस्सेदारी 4,594 करोड़ रुपये में SMBC को बेची है। इन बैंकों ने मार्च 2020 में आरबीआई के निर्देश पर यस बैंक को बचाने के लिए ₹10 प्रति शेयर के भाव पर निवेश किया था, और अब यस बैंक के पुनरुत्थान के बाद ये निवेशक मुनाफा कमाकर बाहर निकल रहे हैं।
SMBC और यस बैंक का बयान
SMBC ने बयान में कहा, “भारत हमारे लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है और हम इसकी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में दीर्घकालिक संभावनाएं देखते हैं।” वहीं यस बैंक के CEO, प्रशांत कुमार ने SMBC को एक ‘वैश्विक स्तर के वित्तीय साझेदार’ के रूप में स्वागत करते हुए कहा कि यह डील बैंक की अगली ग्रोथ स्टेज के लिए एक अहम मील का पत्थर साबित होगी।
एडवेंट इंटरनेशनल और कार्लाइल की हिस्सेदारी नहीं बेची गई
इस डील में निजी इक्विटी निवेशक एडवेंट इंटरनेशनल और कार्लाइल ने अपनी हिस्सेदारी नहीं बेची है, और ये दोनों निवेशक अभी भी यस बैंक में बने रहेंगे।
शेयरों में आई तेजी
इस सौदे की घोषणा के बाद यस बैंक का शेयर शुक्रवार को लगभग 10% बढ़कर ₹20 पर बंद हुआ, जिससे निवेशकों में सकारात्मक भावना बनी है। इसका 52 वीक हाई 52.44 रुपये और 52 वीक लो 16.02 रुपये रहा है, और इस डील से अब निवेशकों की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
RBI और CCI से मंजूरी का इंतजार
यह डील भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की मंजूरी के बाद पूरी होगी, और मंजूरी मिलने के बाद इसे भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़े क्रॉस-बॉर्डर निवेशों में से एक माना जाएगा।
SMBC, सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (SMFG) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और जापान का दूसरा सबसे बड़ा बैंकिंग समूह है, जिसकी कुल परिसंपत्तियां दिसंबर 2024 तक $2 ट्रिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।