गुरुग्राम से बुलंदशहर सवारी छोड़ने गए कैब चालक आफताब आलम की ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके में रविवार रात बदमाशों ने नृशंस हत्या कर दी। बादलपुर कोतवाली क्षेत्र में जीटी रोड स्थित मोहन स्वरूप अस्पताल के पास पुलिस को आफताब बुरी तरह घायल अवस्था में मिले थे। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फास्टैग में पैसा नहीं होने पर बेटे को फोन कर रिचार्ज करने को कहने के बाद बगैर कॉल काटे मोबाइल जेब में रख दिया था। 41 मिनट से अधिक की ऑडियो रिकॉर्डिंग में आरोपियों की आवाज कैद है।
परिजनों का आरोप है कि रिकॉर्डिंग में बातचीत के अलावा ‘जय श्रीराम’ बोलने के लिए कहने की आवाज भी सुनाई दे रही है। परिजनों के मुताबिक युवती पहले कई बार आफताब की कैब से गुरुग्राम से बुलंदशहर जा चुकी है। आफताब बुलंदशहर ईंटारोड़ी स्थित घर पर युवती को वापस छोड़कर घर लौट रहे थे। इस दौरान उनकी कार में जबरन बदमाश बैठ गए थे। आशंका जताई जा रही है कि सवारी बनकर कार में जबरन बैठे बदमाशों ने लूटपाट के बाद उससे मारपीट की।
शराब की पेशकश के साथ धर्म पर बातचीत आफताब के रिश्तेदार तरबेज और बेटे साबिर का कहना है कि कैब में सवार हुए आरोपियों ने धर्म आदि को लेकर बातचीत शुरू कर दी थी। बेटे साबिर को आफताब को शराब की भी पेशकश करने और धर्म आदि को लेकर चर्चा करने की भी आवाज सुनाई दी। हालांकि यह सब बातें उन्होंने एफआईआर में नहीं लिखवाईं। उनका कहना है कि पुलिस ने उनसे कहा कि वह आगे इसे बयान में शामिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो बोला वही एफआईआर में लिखा गया।
पर्स कैब में ही रखा मिला, लूटते तो साथ ले जाते बदमाश साबिर ने बताया कि बदमाशों ने वारदात लूट के इरादे की होती तो वह उनके पिता की कैब लूटकर ले जाते। उनके पिता का पर्स भी कैब में रखा मिला था। इसे पुलिस ने उन्हें छूने नहीं दिया। पुलिस ने उनसे पूछा कि इसमें कितने रुपये होने चाहिए, तो उन्होंने अंदाजे से 3500 रुपये बताए थे।
रुपये लूटे गए या नहीं, इसकी उन्हें ठीक से जानकारी नहीं है लेकिन एफआईआर में पुलिस ने इतने रुपये लिखवा दिए। हालांकि उनके पिता का मोबाइल गायब है लेकिन उन्हें नहीं लगता कि उनके पिता की हत्या लूटपाट के इरादे से की गई है।