प्रधानत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मामले में पंजाब की पूरी कैबिनेट बचाव की मुद्रा में है। सीएम चरणजीत चन्नी खुद इस पर आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। हालांकि अब इस मामले में स्पष्टीकरण देते सीएम चन्नी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पीएम मोदी के लिए तू और तुसी जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
टांडा रैली का है वीडियो
वायरल वीडियो टांडा में हुई रैली का है। इसमें सीएम चन्नी लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि बठिंडा एयरपोर्ट पर हमारे वित्त मंत्री मनप्रीत बादल को कहा कि चन्नी जी को बोल देना कि मैं जान बचाकर आ गया। ओ यार, कोई खतरा तैनू होया नी, तुसी ऐने जिम्मेवारी पोस्ट दे बंदे हो… तुहाडे नेडे बंदा नी कोई आया, कोई नारा नी वजया, कोई डला नहीं चलया, कोई गोली नहीं चल्ली… केडी जान वचाके आगे जी तुसी.. मैं इस गल्ल ते हैरान हां। सीएम चन्नी ने आजतक के रिपोर्टर को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मोदी प्रदर्शनकारियों से 1 किलोमीटर दूर थे। उन्हें किसी ने डला नही मारा, डंडा नही मारा, गोली नहीं मारी। किसान उनको कतई चोट पहुंचाना नहीं चाहते थे।
सरदार पटेल के शब्दों से भी वार
वहीं उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की तस्वीर के साथ एक ट्वीट भी किया कि जिसे कर्त्तव्य से ज्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए। इसे भी पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले से जोड़ा जा रहा है।
चन्नी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार की फिरोजपुर की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं और अपनी जान का खतरा बताकर राज्य की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिराना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदर्शनकारी उनसे एक किलोमीटर से अधिक की दूरी पर थे तो पीएम की जान को खतरा कैसे हो सकता है। जहां पीएम का काफिला रुका, वहां एक नारा भी नहीं लगा, न ही कोई पत्थर उछाला गया और न कोई उनके पास पहुंचा तो उनकी जान को खतरा कैसे हो गया।
चन्नी ने कहा कि अगर उनकी पुलिस ने बुधवार को फिरोजपुर में पीएम के काफिले के सामने सड़क पर धरना देने आए किसानों पर बल प्रयोग किया होता तो बरगाड़ी जैसी एक और घटना हो जाती, तब बादलों और हमारे बीच कोई अंतर नहीं रह जाता। जब समझा-बुझाकर और आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को हटाया जा सकता है, तो केंद्र हमसे बल प्रयोग की उम्मीद क्यों करता है?