छत्तीसगढ़ के सुकमा में सात नक्सलियों ने गुरुवार को सरेंडर किया है। वहीं दंतेवाड़ा में भी तीन लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली ने हथियार डाल दिए। पुलिस इसे नक्सल विरोधी चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मान रही है। सुकमा SP सुनील शर्मा का कहना है कि राज्य सराकर की पुनर्वास नीति और जिला पुलिस के पुना नारकोम (नया सवेरा) अभियान से प्रभावित होकर हथियार डाले हैं।
SP सुनील शर्मा ने बताया कि ये नक्सली भेजी थाना क्षेत्र में सक्रिय थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में मडकम मासा, मांडवी हिरमा, मडकाम भीमा, मडकम बंदी, मडकम नंदा, सोदी जोगा और शामिल हैं। यह लोग अलग-अलग गई नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि CRPF की 219वीं बटालियन की खुफिया इकाई ने इन नक्सलियों के सरेंडर में खास भूमिका निभाई है।
नक्सली लीडरों से तंग आकर लौटी एलओएस कमांडर
दूसरी ओर दंतेवाड़ा में सरेंडर करने वाली महिला नक्सली एलओएस कमांडर कुमारी कडती उर्फ रोशनी ओयाम बड़े लीडरों से तंग आकर मुख्य धारा में लौटी है। SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि इलाके में लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान चलाया जा रहा है। इससे प्रभावित होकर नक्सलियों का सरेंडर करना जारी है। अब तक लोन वर्राटू अभियान के तहत 139 इनामी नक्सली सहित कुल 558 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं।