मुख्यमंत्री खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों को करेगी पुरस्कृत

उत्तराखंड के तीन खेल प्रशिक्षकों को देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य अवॉर्ड और तीन खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार सहित कुछ अन्य पुरस्कारों केे लिए चयनित किया गया है। खेल निदेशालय की समिति ने पुरस्कारों के लिए नामों की सिफारिश कर सोमवार को अनुमोदन के लिए इसे शासन को भेज दिया है।

शासन की हाईपावर कमेटी और खेल मंत्री के अनुमोदन के बाद पुरस्कारों के लिए नाम घोषित कर दिए जाएंगे। खेल निदेशक जितेंद्र कुमार सोनकर के मुताबिक 24 मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन सभी खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों को पुरस्कृत करेंगे।

प्रदेश के खिलाड़ी हॉकी, क्रिकेट के मैदान से लेकर बैडमिंटन सहित विभिन्न खेलों में देश और दुनियाभर में अपना लोहा मनवा चुके हैं, लेकिन पिछले चार साल से कई वजहों से राज्य के खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों को पुरस्कार नहीं मिल पाए थे। हालांकि विभाग की ओर से समय-समय पर इसके लिए आवेदन मांगे गए, लेकिन इसके लिए खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों के नाम फाइनल नहीं हो पाए।

खेल विभाग के निदेशक जितेंद्र कुमार सोनकर के मुताबिक विभाग ने सोमवार को वर्ष 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 के लिए अवाॅर्ड के लिए नामों की सिफारिश कर शासन की हाईपावर कमेटी को भेज दी है।

द्रोणाचार्य अवाॅर्ड के लिए आठ और खेल रत्न के लिए मिले 11 आवेदन
खेल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक द्रोणाचार्य अवाॅर्ड के लिए विभाग को आठ और खेल रत्न पुरस्कार के लिए 11 आवेदन मिले, जबकि लाइफ टाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड के लिए छह आवेदन मिले हैं। निदेशालय की समिति ने इन नामों पर विचार कर इसे शासन को भेज दिया है।

पिछले चार साल से नहीं मिल पाए थे पुरस्कार
खेल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राज्य में कोविड एवं अन्य वजहों से पिछले चार वर्षों से खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों को पुरस्कृत नहीं किया जा सका था, लेकिन अब पुरस्कारों की घोषणा के बाद इन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।

24 मार्च को सीएम धामी करेंगे पुरस्कृत
खेल विभाग की ओर से 24 मार्च को परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में करीब 200 से अधिक खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पुरस्कृत करेंगे। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले इन खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

हिमालय पुत्र पुरस्कार के लिए अभी करना होगा इंतजार
द्रोणाचार्य, खेल रत्न एवं लाइफ टाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड के लिए खिलाड़ियों एवं खेल प्रशिक्षकों का इंतजार खत्म होने जा रहा है, लेकिन हिमालय पुत्र पुरस्कार के लिए खिलाड़ियों को अभी इंतजार करना होगा। वर्ष 2022 में शासनादेश होने के बावजूद विभाग की ओर से अभी इसके लिए आवेदन नहीं मांगा गया है।

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