बागी चाचा पशुपति पारस से मिलने पहुंचे चिराग पासवान, गेट पर करना पड़ा 15 मिनट तक इंतजार

बिहार: दिवंगत दिग्गज नेता रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में राजनीतिक ड्रामा देखने को मिल रहा है। लोजपा के पांचों बागी सांसदों ने मिलकर चिराग पासवान को पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया है और उनके बागी चाचा पशुपति पारस पासवान को नया नेता चुना है। इसके बाद सोमवार सुबह चिराग पासवान अपने बागी चाचा पशुपति पारस को मनाने दिल्ली स्थित उनके घर पहुंचे। खबरों के मुताबिक चिराग पासवान चाचा पारस के घर के बाहर 15 मिनट तक खड़े रहे तब जाकर उनके लिए दरवाजा खुला। लेकिन जानकारी मिली कि उनके चाचा पशुपति पारस घर पर मौजूद नहीं थे।
जानकारी के अनुसार पशुपति पारस पासवान (चाचा), प्रिंस राज (चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी और महबूब अली केसर चिराग पासवान के खिलाफ हो गए हैं। कहा जा रहा है कि सभी पांचों सांसद चिराग पासवान की कार्यशैली से नाराज हैं। बता दें कि इसी मसले पर सोमवार को चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पार्टी की बागडोर जिनके हाथ में गया, तब सभी लोगों की इच्छा थी 2014 में और इस बार भी हम एनडीए के साथ बने रहें। लोक जनशक्ति पार्टी बिखर रही थी, असमाजिक तत्व आ रहे थे, एनडीए से गठबंधन को तोड़ दिया और कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी गई। पशुपति पारस ने बताया कि हमारी पार्टी के पांच सांसदों की इच्छा थी कि पार्टी को बचाना जरूरी है। मैंने पार्टी तोड़ी नहीं है, पार्टी को बचाया है। जबतक मैं जिंदा हूं, पार्टी को जिंदा रखेंगे। मुझे चिराग पासवान से कोई दिक्कत नहीं है। चिराग अभी तक पार्टी के अध्यक्ष हैं, लेकिन अब वह हमारे साथ आना चाहें तो आ सकते हैं।

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