अमरनाथ में लगातार बारिश से बुधवार को बादल फट गया है. बादल फटने की वजह से सिंध नदी का अचानक जलस्तर बढ़ गया है. अमरनाथ के पास बादल फटने के बाद SDRF की एक और टीम को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है. हालांकि, पहले से ही वहां पर SDRF की 2 टीमें मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि इस हादसे में अभी तक किसी के मारे जाने की कोई खबर नहीं है.
कंगन के एसडीपीओ ने कहा है कि पवित्र अमरनाथ गुफा में लगातार बरसात और बादल फटने की जानकारी के मद्देनजर गंड और कंगन के क्षेत्रों में आम जनता से सिंध नदी से दूर रहने का आग्राह किया गया है, क्योंकि अचानक पानी के प्रवाह में बढ़ोत्तरी हो सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अमरनाथ में बादल फटने की घटना पर हालात की जानकारी ली है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में इस बार मॉनसून कहर बनकर बरपा है. बीते 24 घंटों में भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य में 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 लोग अभी भी लापता हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यसचिव अनिल खाची ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सबसे ज्यादा प्रभावित 7 जिलों के उपायुक्तों से बैठक की. बैठक के बाद मुख्यसचिव ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस बार मानसून की बारिश से हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है. यही नहीं जिन इलाकों में मॉनसून के दौरान ना के बराबर बारिश हुआ करती थी उन इलाकों में भी इस बार भारी बारिश हुई है. भारी बारिश के बाद हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बिजली, पेयजल आपूर्ति भी बाधित हुई है.
मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद बंद पड़ी सड़कों, बिजली आपूर्ति, पेयजल परियोजनाओं जैसी मूलभूत सुविधाओं को जल्द ही बहाल करने के निर्देश सभी जिला प्रशासन को दिए गए हैं. मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि राज्य मौसम विभाग की तरफ से अगले 48 घंटों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है जिसके बाद सभी जिलों को अतिरिक्त एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके साथ ही मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि भारी बारिश के चलते एडवाइजरी जारी की गई है कि जरूरी काम होने पर ही घरों से निकले. साथ ही पर्यटकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस और प्रशासन के दिशा निर्देशों पर ही सफर करें.